SVARTISEN GLACIER
सवार्तिसेन ग्लेशियर
आज का पूरा दिन हमें क्रूज में ही रहना था और समुन्दर से नजारा देखते हुए जाना था। दोपहर 11 -4 के बीच आर्कटिक सर्कल क्रॉस करना था। आर्कटिक सर्कल पूरा सवार्तिसेन ग्लेशियर के बीच से गुजर कर जाना होता है। दो ग्लेशियर जोड़ कर इस ग्लेशियर का नाम पड़ा है। वेस्टन ग्लेशियर नार्वे मेन लैंड का सबसे बड़ा ग्लेशियर है , ईस्टर्न ग्लेशियर देश का चौथा बड़ा है। SVAT माने वर्फ या ग्लेशियर। यूरोप का दूसरा कोई भी ग्लेशियर SEA LEVELके इतने करीब नहीं है।
हमारा क्रूज होलेंडसफीजार्ड होते हुए गुजर रहा था।इसकी लम्बाई करीब 25 किलोमीटर और ये आर्कटिक सर्कल से 8 किलोमीटर के अंदर था। सारे यात्री जहाज के ऊपरी डेक में सुबह से जमा हो कर फिजॉर्ड और ग्लेशियर का नजारा देख रहे थे और फोटो पर फोटो लेते जा रहे थे. पर जब तक आर्कटिक सर्कल का पूरा रॉउड नहीं हुआ कोई भी नीचे नहीं उतरा। ये सब नजारा लाईफ टाईम के लिये मिलता है।
वैसे आज का दिन हमलोगो के लिये बहुत ही यादगारऔर शुभ दिन था .एक तो आर्कटिक सर्कल क्रॉस किये, इसका सर्टीफीकेट मिला।और आज हमारा 15 अगस्त भी था। जो की क्रूज में भी मनाया गया।
सवार्तिसेन ग्लेशियर
आज का पूरा दिन हमें क्रूज में ही रहना था और समुन्दर से नजारा देखते हुए जाना था। दोपहर 11 -4 के बीच आर्कटिक सर्कल क्रॉस करना था। आर्कटिक सर्कल पूरा सवार्तिसेन ग्लेशियर के बीच से गुजर कर जाना होता है। दो ग्लेशियर जोड़ कर इस ग्लेशियर का नाम पड़ा है। वेस्टन ग्लेशियर नार्वे मेन लैंड का सबसे बड़ा ग्लेशियर है , ईस्टर्न ग्लेशियर देश का चौथा बड़ा है। SVAT माने वर्फ या ग्लेशियर। यूरोप का दूसरा कोई भी ग्लेशियर SEA LEVELके इतने करीब नहीं है।
हमारा क्रूज होलेंडसफीजार्ड होते हुए गुजर रहा था।इसकी लम्बाई करीब 25 किलोमीटर और ये आर्कटिक सर्कल से 8 किलोमीटर के अंदर था। सारे यात्री जहाज के ऊपरी डेक में सुबह से जमा हो कर फिजॉर्ड और ग्लेशियर का नजारा देख रहे थे और फोटो पर फोटो लेते जा रहे थे. पर जब तक आर्कटिक सर्कल का पूरा रॉउड नहीं हुआ कोई भी नीचे नहीं उतरा। ये सब नजारा लाईफ टाईम के लिये मिलता है।
वैसे आज का दिन हमलोगो के लिये बहुत ही यादगारऔर शुभ दिन था .एक तो आर्कटिक सर्कल क्रॉस किये, इसका सर्टीफीकेट मिला।और आज हमारा 15 अगस्त भी था। जो की क्रूज में भी मनाया गया।
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