महाशिवरात्री का त्यौहार
कल का दिन कैसे बीत गया पता ही नहीं चला। कल महाशिवरात्री था। इस बार राजिम मेला जाने का अवसर मिला। वैसे तो पहले भी कई बार जाने का अवसर मिला पर शिवरात्री मै पहली बार जाना हुआ।
सुबह -सुबह राजिम मेला देखने पहुँच गये। पूरा क्षेत्र गाँव वालों से भरा था। छत्तीसगढ़ सरकार के तरफ से साफ -सफाई का अच्छा इंतजाम था। चारों तरफ भीड़ ही भीड़ पर कहीं भी गंदगी का नाम निशान नहीं था। और तो और सरकार की तरफ से अन्नपूर्णा दाल भात केंद्र पूरे छेत्र मै था ,5 रूपये मै भर पेट भोजन। कोई भी ग्रामीण मेला आये तो भूखा नजाये।
मेले में तरह -तरह का खेल तमाशा का भी आनंद हमलोगो ने लिया।दोपहर मै वापस घऱ आगये शाम को बड़े भईया का बनवाया शिव मंदिर जाने का मौका मिला वहां बहुत धूम -धाम से शिवरात्री का पूजा अर्चना तथा अभिषेक होता है।
रात को आस्था चैनेल मै खुब अच्छा महाशिवरात्री का प्रोग्राम देखने मिला। कोयंबटूर के ईशा वाले जग्गी महाराज का प्रोग्राम शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक होता। रात को प्रोग्राम देख कर आन्नद आगया ,पूरा दिन कैसे बिता पता ही नहीं चला