ALESUND अलेसुन्द
VENICE OF THE NORTH NORWAY
अलेसुन्द नार्वे का बहुत ही प्रमुख फिशिंग पोर्ट है।सैकड़ों साल पहले तक पूरा शहर का मकान वुड से बना था। 1904 में शहर में आग लगने से करीब -करीब सारे घर जल कर राख हो गया। इस दुःखद घटना के बाद पुरे शहर को फिर से बनाया गया। इस बार स्टोन से घर बनाया गया और बहुत ही सुंदर तरीके से बसाया गया।पुरा शहर छोटे -छोटे आइलैंड में बसा है और कैनाल से जुड़ा है , नौका से वेनिस की तरह आना जाना करते है। इसलिए इसे नॉर्वे का वेनिस बोला जाता है। वैसे रोड का भी पुरे शहर में जाल है। टूरिस्ट बस भी चलती है।
अकसला पहाड़ के ऊपर व्यू पोईंट बना है जहाँ से पुरे अलेसुन्द का व्यू बहुत ही खूबसूरत दीखता है।सर्दियों के समय चारो तरफ वर्फ से ढंक जाता है ,जैसे सफ़ेद चादर से कोई ढंक दिया हो। गर्मियों में मौसम खुलता है तब टूरिस्टों का आना शुरू होता है। हमारा क्रूज के साथ ही 2 और क्रूज यहाँ आया हुआ था। अलेसुन्द 3 -4 घंटा घूम कर वापस क्रूज में आगये। वारिश की वजह से ठण्ड भी बढ़ गया था। अब अगले पड़ाव के लिये हमारा क्रूज आगे चल पड़े।
VENICE OF THE NORTH NORWAY
अलेसुन्द नार्वे का बहुत ही प्रमुख फिशिंग पोर्ट है।सैकड़ों साल पहले तक पूरा शहर का मकान वुड से बना था। 1904 में शहर में आग लगने से करीब -करीब सारे घर जल कर राख हो गया। इस दुःखद घटना के बाद पुरे शहर को फिर से बनाया गया। इस बार स्टोन से घर बनाया गया और बहुत ही सुंदर तरीके से बसाया गया।पुरा शहर छोटे -छोटे आइलैंड में बसा है और कैनाल से जुड़ा है , नौका से वेनिस की तरह आना जाना करते है। इसलिए इसे नॉर्वे का वेनिस बोला जाता है। वैसे रोड का भी पुरे शहर में जाल है। टूरिस्ट बस भी चलती है।
अकसला पहाड़ के ऊपर व्यू पोईंट बना है जहाँ से पुरे अलेसुन्द का व्यू बहुत ही खूबसूरत दीखता है।सर्दियों के समय चारो तरफ वर्फ से ढंक जाता है ,जैसे सफ़ेद चादर से कोई ढंक दिया हो। गर्मियों में मौसम खुलता है तब टूरिस्टों का आना शुरू होता है। हमारा क्रूज के साथ ही 2 और क्रूज यहाँ आया हुआ था। अलेसुन्द 3 -4 घंटा घूम कर वापस क्रूज में आगये। वारिश की वजह से ठण्ड भी बढ़ गया था। अब अगले पड़ाव के लिये हमारा क्रूज आगे चल पड़े।
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