सोमवार, 26 दिसंबर 2016

SAFARI PHOTOGRAPHIC

                                                        SAFARI     PHOTOGRAPHIC

                                                                    सफारी  फोटोग्राफी 

                              राहुल को आज कल फोटो ग्राफी का शौक लगा है ,और लगे भी क्यों नहीं ,चारो तरफ जंगल ,पहाड़ ,चाय बागान ,तरह -तरह के जीव -जंतु घुमते रहते है। देख कर कैमरा क्लिक कर ने का मन होना स्वभाविक ही है। बस छुटियों में पढ़ते -पढ़ते जब भी बोर लगे कैमरा लेकर साईकील में जंगल घूमने निकल पड़ता है। कभी बाइसन तो कभी हरीन तो कभी लंगूर कुछ न कुछ मिल ही जाता है, बस फोटो खींच लाता है।शौक भी पूरा हो जाता है और समय का सदुपयोग भी हो जाता है।


  


                        

रविवार, 25 दिसंबर 2016

MERRY CHRISTMAS

                                           क्रिसमस का त्यौहार 

                   कुन्नूर अंग्रेजों का बसाया हुआ हिल स्टेशन है। इस लिये यहाँ ईसाई धर्म वाले बहुत ज्यादा संख्या में है। इस कारन यहाँ चर्च की संख्या भी बहुत ज्यादा है। इस बार क्रिसमस में कुन्नूर में होने के कारन यहाँ चर्च का सजावट भी देखने मिला। पूरा शहर ही क्रिसमस मय था। केक का दुकान केक से सजा पड़ा था। सभी चर्च ,होटल ,रेस्टुरेंट में विशेष सजावट था। जगह जगह सांताक्लोज ,ड्रामा वगैरा का आयोजन हो रहा था। 
          हमारी काम वाली बाई भी ईसाई है ,वह अपने घर क्रिसमस मनाने बुलाई थी। हमलोग उसके घर गये उसे बहुत अच्छा लगा। बच्चों ने  केक खाया।पुरा सिटी का राऊँड लगाए ,सबने  बहुत मजा किया।







 

शनिवार, 24 दिसंबर 2016

WELL WISHER

                                                             WELL WISHER

                  चाहने वाले बहुत मिल जाते हैं, पर असली शुभ चिन्तक कम ही होते हैं। कुन्नूर जैसे प्रदेश मे राजेश का भी शुभ चिन्तक सुंदर जी है।आज क्रिसमस ,शीतल का जन्म दिन और शनिवार तीनो होने के कारन बड़ा ही अच्छा दिन था।सुंदर जी और उनकी धर्म पत्नी दोपह रबड़ा सा केक लेकर हमारे घर आयें और दिन  का भोजन साथ किये। दिन भर साथ रहे सबों से घुल मिल जाते है। दिन कैसे बीत गया और शाम हो गया समय का पता ही नहीं चला। जन्म दिन भी अच्छी तरह मना  लिये।



  

शुक्रवार, 23 दिसंबर 2016

GLOBAL TEA DIGEST 2016 LAUNCHED

                                              GLOBAL TEA DIGEST

                               हर साल की तरह इस साल भी राजेश का  ग्लोबल टी डाइजेस्ट पुस्तक लॉन्च हुआ  . मजे की बात तो ये हुआ की हर बार राजेश अकेले रहता था और चीफ गेस्ट आ कर बुक लॉन्च कर देते थे, पर बिना प्रोग्राम बनाये इस बार ऐसा संजोग बैठा की तीनो डायरेक्टर राजेश ,राकेश और पापा ( तीनों  बाप बेटा ) 22 दिसम्बर को लॉन्चींग के समय कुन्नूर में ही थे। हर साल राजेश परिवार के साथ रायपुर बड़े दिन  की छुट्टी में आता था। इस बार पुरा परिवार यहाँ होने से एक पन्त दो काज हो गया।







सोमवार, 19 दिसंबर 2016

NINJA STAR

                                                    ORIGAMI PAPER WORK

                                                                 NINJA STAR

               बच्चे स्कूल के समय पढ़ -पढ़ कर जितना परेशान होते  हैं उससे ज्यादा लम्बी छुटियों में बोर हो जाते हैं। कितना खेले ,कितना घूमें  समझ नहीं आता  है।अब क्रिसमस  की छुटी है तो राहुल तो अपना क्रिसमस ट्री  लाईट से सजा दिया।रोहन भी क्यों पीछे रहता ,आर्टीस्ट लड़का है वह ओरिगेमी पेपर से निनजा स्टार बनाने में जुट गया। सजावट का सजावट और टाईम पास का टाईम पास।छुटी का उपयोग भी हो गया।


  



रविवार, 18 दिसंबर 2016

KATTERY PARK COONOOR

                                                        कटेरी पार्क 
        
           कल रविवार की छुट्टी ऊपर से धूप भी खीला था ,मौसम सुहाना था ,बस राजेश का मुड़ हो गया चलो नया जगह कटेरी पार्क घुमा दें। बस क्या था नेक काम में देर क्या करना ,हमलोग निकल पड़े पार्क देखने। कुन्नूर से 6 किलोमीटर की दूरी पर ऊटी हाईवे में जंगल ,पहाड़,झरना और चाय बागान के बीच में बहुत ही सुंदर पार्क बना हुआ है। करीब 5 एकड़ में बना है और जिसे हार्टीकल्चर डिपार्टमेंट देख रेख कर रही है। बहुत ही सुंदर लैंड स्केप, रंग  बिरंगे फूलों की क्यारी ,लॉन बस सब देखते ही बनता था। 
                 रोड से लगा पार्क ,पार्क के बगल में झरना बह रहा है, झरना और पार्क के बीच से ब्लू माउण्टेन ट्रेन गुजरती है जो की वर्ल्ड हेरीटेज ट्रेन है। मेटूपाल्यम से ऊटी जाती है बस नजारा देखते जाओ। 












SHAWARMA ROTI

                                                            शवरमा  रोटी 

                    राहुल ने हम सबों को शवरमा रोटी बना कर खीलाया।जिस प्रकार चावल से भात बनता है ,अलग -अलग मसाला डाल कर बीरीयानी ,पुलाव वगैरा बनाया जाता है वैसे ही रोटी भी तरह -तरह भरावन के बनाया जाता है। शवरमा अरेबिक शब्द है। खमीरी रोटी के अंदर स्पेशल मसाला डाल कर रोल बनाया जाता है। कहीं पीटा ब्रेड ,तो कहीं रुमाली रोटी के अंदर भरावन डाल कर  रोल करते है। कोई फ्रैंकी बोलता है तो कहीं एग्ग रोल बोला जाता है। वैसे ही अरब कन्ट्री में शवरमा रोटी बोला जाता है और बहुत चाव से खाया जाता है। राहुल दुबई से खा कर आया था, उसे  बहुत पसंद आया तो घर में ट्राई किया। बहुत अच्छा बना हम सबों ने भी बहुत चाव से खाया।धन्यवाद राहुल बेटा।


शुक्रवार, 16 दिसंबर 2016

CYCLONE VARDAH (CHENNAI )

                                                       आया तूफान

                     चैन्नई में वर्धा  तूफान आया , जान माल का नुकसान भी हुआ। मौसम विभाग ने अलर्ट कर  दिया था। पर जब दैवीय आपदा आती है तो इंसान भी ज्यादा कुछ नहीं कर पता है। तूफान का असर तमिलनाडु के अलावा पड़ोसी राज्यों में भी हुआ। तूफान का असर नीलगिरी में भी देखने मिला। वैसे जान माल का नुकसान तो नहीं हुआ पर वारिस हुआ ,ठण्ड भी हुआ और पहाड़ होने'के कारण जगह -जगह लैंड स्लाडिंग भी हुआ ,कहीं कहीं पुराना बड़ा पेड़ भी गिर कर रास्ता ब्लॉक कर दिया। कुन्नूर में रेल ट्रैक भी ब्लॉक हुआ। 3 -4 दिन के लिये ट्रेन बंद करना पड़ गया। जोर शोर से मरमत का काम चल रहा है। इसका असर टूरिस्ट लोगों पर  भी हुआ।




गुरुवार, 15 दिसंबर 2016

POOS KI RAAT

                                                                पूस की रात 

                       पूस का महीना चल रहा है ,इस महीने में ठण्ड भी बहुत होता है। वैसे तो हर साल ही दिसम्बर में सभी जगह ज्यादा ही ठण्ड पड़ता है। कुन्नूर में होने के कारण ठण्ड का मजा ले रहे हैं। बच्चों की छुट्टी होने के कारण बच्चों की मस्ती भी खूब हो रही है।बच्चों ने लकड़ी इखट्टा कर के अलाव का इंतजाम किया। चाहे कितना ही बिजली का हिटर हो अलाव का मजा अलग ही होता है। 
       रोज -रोज अलाव देख केर अचानक ही मुंशी प्रेमचंद्र की कहानी पूस की रात का याद हो गया। उस समय तो ठण्ड का इतना ध्यान नहीं दिए बस हल्कू और उसके कुत्ते जबरा की कहानी पढ़   लिये। खेत में कैसे बिना कम्बल का दोनों चौकीदारी करते है। खेत में पत्तों को जला कर अलाव ताप कर रात विताते है,और रात को जब नींद में रहते है तो नील गाय का झुण्ड आकर पूरा फसल नस्ट कर देते हैं।बस अलाव देख कर बचपन में पढ़े  हुए पूस की रात की कहानी याद आ गयी।


बुधवार, 14 दिसंबर 2016

MY NEW CACTUS


                                                                  कैक्टस 

                                                             फूल और कांटे 

                                                  मेरा कैक्टस का नया कलेक्सन 
           नया पौधा लगाने के बाद उसे बढ़ते देखना ,पौधे में जब कली आता है तब रोज -रोज फूल खीलने का इंतजार करना। जब फूल खील जाये तो बहुत ही खुशी होता है। इस बार स्टोन कैक्टस मिला एकदम स्टोन जैसा ,पर अभी छोटा है एक -दो महीने बाद ही फूल आएगा। क्रिसमस कैक्टस भी मिला उसका फूल एकदम स्टार जैसा होता है ,उसमें कली भी है क्रिसमस में खील जायेगा।


STAR CACTUS

STONE CACTUS