कार्तिक पुर्णीमा
कल बादलों की लुका छीपी के बीच आखीर चन्द्रमा का दर्शन हो ही गया। अब सुपर मून तो नहीं हाँ कार्तिक पुर्णीमा का चाँद दिखा । कल का दिन बहुत ही खास था। अब कोई रात होने का इंतजार कर रहा था की सुपर मून देखने मिलेगा, तो गुरुनानक जयन्ती होने के कारण प्रभात फेरी जुलुस और गुरु द्वारा में विशेष लंगर का आयोजन हो रहा था।
14 नवम्बर नेहरू जी के जन्म दिन होने के कारण स्कूलों में बालदिवस का आयोजन हो रहा था।कहीं बच्चों को चॉकलेट बट रहा था तो किसी स्कूल में स्पोर्ट हो रहा था।गुरु पर्ब के साथ ही सबों के चाचा नेहरू और चंदा मामा दोनों का ही पर्ब मनाना हो गया।
कार्तिक का महीना और पुर्णीमा के कारन सभी पवित्र नदियों में भी मेले का मौहाल था। अब इसी बहाने गणेश जी के बड़े भाई कार्तिक जी का भी पूजा अर्चना हुआ ,नहीं तो कार्तिक जी का तो दक्षीण भारत में ही पूजा देखने मिलता है।