शुक्रवार, 5 जुलाई 2013

KEDARNATH TEMPLE AFTER & BEFORE

                               चारधाम यात्रा 
             कुछ   दिनों  से लगातार टीवी में दुखान्त समाचार उत्तराखंड के हादसा के बारे में आरहा है .समाचार देख -देख कर बहुत दुःख हो रहा था ,मन ख़राब हो गया ,दिल दहल गया ,ऐसा नहीं होना चाहिये पर हो गया .हजारों लोगों की जान चली गयी ,हजारों लोग लापता हो गये ,हजारों लोगों का पता ही नहीं चल रहा है .ये कैसा आपदा आगया .सारा उत्तराखंड जल्मंग हो गया .केदारनाथ में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ .केदारनाथ मंदिर छोड़ कर चारो ओर तबाही -तबाही .
             आज से 7 साल पहले हमलोग तीन परिवार चारधाम यात्रा पर गये थे .हमसब कितने खुस किस्मत थे की आराम से हमारा यात्रा हो गया .यात्रा तो कठीन था पर हमारा ग्रुप एक दूसरे का हिम्मत बंधाता था .
                  चारधाम यात्रा हरिद्वार से यमनोत्री होते हुए शुरू होता है ,फिर गंगोत्री ,उसके बाद केदारनाथ होते हुए बद्रीनाथ जाते है उसके बाद 
ऋषी केश  होते हुए हरिद्वार में यात्रा समाप्त होता है . भगवन का धन्यवाद की हमलोग चारधाम यात्रा कुशल पूर्वक कर पाए .
                हजारो लोग जिनकी केदारनाथ में अकाल मृत्यु हो गई भगवान उनकी आत्मा को शांती प्रदान करे .