NORWEGIAN FJORDS TOUR
हैम्बर्ग से बर्गन की यात्रा क्रूज़ शिप द्वारा
जर्मनी घूमने के बाद अब 10 दिनों का क्रूज टूर, हैम्बर्ग से 12 अगस्त शाम 4 बजे नार्वे के लिए निकला।अढ़ाई हजार यात्रियों के साथ सफर शुरू हुआ। सारे यात्री डॉक में जमा हो कर जहाँ हैम्बर्ग को विदा कर रहे थे ,वहीं पोर्ट में खड़े पब्लिक क्रूजशीप को जाते देख रहे थे। ये भी अनुभव बड़ा ही रोचक होता है। सभी एक दूसरे से अनजान होते है पर सभी के मन में एक ही उत्साह होता है।
12 और 13 अगस्त दो दिन और रात हम अथाह सागर को चीरते हुए बढ़ते जा रहे थे। ५ अगस्त को जन्म दिन बीत गया था पर जब अपने रूम में आएं, तो ये देख कर बड़ा अच्छा लगा की पलंग में एक शैम्पीयन का बोतल और बर्थडे वीश का कार्ड रखा था।गिफ्ट तो गिफ्ट होता है भले पीये या नहीं देख कर खुश होना स्वभाविक है।
क्रूज में सफर करने का फायदा ये होता है की रोज -रोज अलग शहर जाओ नया होटल फिर से पैकिंग ये सब का चकर नहीं रहता है। एक बार क्रूज में आगये अपने रूम में आने के बाद 10 -15 जितने दिन का सफर हो निश्चिन्त हो जाओ। बस खाओ पीओ ,नए मित्र बनाओ ,तरह -तरह का वर्ल्ड क्लास का नाच ,गाना ,डांस ,ड्रामा देखो। जब कोई शहर आये तो 2 -4 घंटे के लिये उतरो ,घूमो और फिर वापस क्रूज में आकर आराम करो। कोई भाग दौड़ नहीं करना पड़ता है। हमारा क्रूज तीसरे दिन सुबह 8 बजे जाकर नॉर्वे के पहले शहर हेल्सिट में रुका।
हैम्बर्ग से बर्गन की यात्रा क्रूज़ शिप द्वारा
जर्मनी घूमने के बाद अब 10 दिनों का क्रूज टूर, हैम्बर्ग से 12 अगस्त शाम 4 बजे नार्वे के लिए निकला।अढ़ाई हजार यात्रियों के साथ सफर शुरू हुआ। सारे यात्री डॉक में जमा हो कर जहाँ हैम्बर्ग को विदा कर रहे थे ,वहीं पोर्ट में खड़े पब्लिक क्रूजशीप को जाते देख रहे थे। ये भी अनुभव बड़ा ही रोचक होता है। सभी एक दूसरे से अनजान होते है पर सभी के मन में एक ही उत्साह होता है।
12 और 13 अगस्त दो दिन और रात हम अथाह सागर को चीरते हुए बढ़ते जा रहे थे। ५ अगस्त को जन्म दिन बीत गया था पर जब अपने रूम में आएं, तो ये देख कर बड़ा अच्छा लगा की पलंग में एक शैम्पीयन का बोतल और बर्थडे वीश का कार्ड रखा था।गिफ्ट तो गिफ्ट होता है भले पीये या नहीं देख कर खुश होना स्वभाविक है।
क्रूज में सफर करने का फायदा ये होता है की रोज -रोज अलग शहर जाओ नया होटल फिर से पैकिंग ये सब का चकर नहीं रहता है। एक बार क्रूज में आगये अपने रूम में आने के बाद 10 -15 जितने दिन का सफर हो निश्चिन्त हो जाओ। बस खाओ पीओ ,नए मित्र बनाओ ,तरह -तरह का वर्ल्ड क्लास का नाच ,गाना ,डांस ,ड्रामा देखो। जब कोई शहर आये तो 2 -4 घंटे के लिये उतरो ,घूमो और फिर वापस क्रूज में आकर आराम करो। कोई भाग दौड़ नहीं करना पड़ता है। हमारा क्रूज तीसरे दिन सुबह 8 बजे जाकर नॉर्वे के पहले शहर हेल्सिट में रुका।
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