शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

#APPLE#BER

                 APPLE  BER 

                      एप्पल  बेर 

                       बेर कई आकार प्रकार के होते है। देशी बेर खट्टी मीठी छोटी- छोटी लाल -लाल होती है। कलमी या नारकाल बेर लाल हरे रंग का लम्बा मीठा होता है।शबरी के बेर तो सभी जानते है। आजकल एप्पल बेर का चलन बहुत हो  गया है। थंड आया की रोड में हर जगह हरे -हरे एप्पल बेर का ठेला दिख जाता है। बड़ा हरा और रसीला मीठा होता है। 

          बेर मूलता एशिया का झाड़ीनुमा पौधा है।यह  तेजी से बढ़ता और फैलता है। इसकी हाईट 3 फ़ीट से लेकर 30 फ़ीट तक होती है। नर्सरी  मे आसानी से इसका पौधा मील जाता है। पहला साल फूल आने पर फल नहीं लेना चाहिए। फल इतना ज्यादा होता है की पौधा वजन नहीं उठा सकता है और डाल टूट जाता है।हर साल फल तोड़ने के बाद खूब छटाई कर देना चाहिए। 

      एप्पल  बेर को चाइनीस एप्पल ,चाइनीस पल्म भी बोला जाता है. इस बार पहला फल हमारे पौधे में आया। छोटा सा पौधा में 25 -30 बेर हुआ। अब अगले साल से पेड़ बड़ा होने पर और भी ज्यादा बेर होगा।



   

मंगलवार, 5 जनवरी 2021

#LILIUM FLOWER

                                  लिलियम फूल 

                    लिलियम ठंडी आबोहवा का बेहद ही खूबसूरत फूल है। कंदीय फूलों में ट्यूलिप के फूल के बाद लिलियम के फूल को कट फ्लावर के रूप में ज्यादा पसंद किया जाता है। एक बार फूल काट कर गुलदस्ते में सजाने पर हफ्तों ताजा रहता है। इसका बल्ब हॉलैंड से मंगा कर नर्सरी में बल्ब लगा कर पौधा तैयार किया जाता है। पहले सिर्फ कश्मीर ,उत्तराखंड ,हिमाचल आदि ठंडे जगह में ही इसकी खेती होती थी। पर अब ठंड में भारत के विभिन्न भागों के नर्सरी में भी आसानी से मिल जाता है। सुबह का थोड़ा धुप पौधे को चाहिए ,पौधे को सेमी शेड में रखना चाहिए। लिलियम का पौधा  एक स्टेम वाला होता है और इसमें पांच से लेकर छ फूल का गुच्छा  होता है. एक एक फूल में 6 पत्र होता है। पौधा 2 -3 फ़ीट हाईट का होता है। फूल कई चटकीले रंगो में होता है। लाल ,गुलाबी ,बैगनी ,पीला ,सफ़ेद आदि रंगो में होता है।फूल सूखने के बाद पौधे के कंद को संभाल कर रखना चाहिए फिर अगले मौसम में एक से अनेक पौधा तैयार हो जाता है।