गुरुवार, 30 जुलाई 2015

BIRTHDAY BIG BOSS KA

THU,30 JULY

                                                     जन्म दिन बिग बॉस का 

                            आज घर के सबसे बड़े का जन्म दिन है। बड़ा होना माने सबसे ज्यादा जिम्मेदारी। एक तो कड़ी मेहनत से एक -एक पाई जोड़ कर इतना बड़ा एम्पायर खड़ा करना कोई मामुली बात नहीं है। रायपुर जैसी छोटे शहर में रहकर इतनी बड़ी सोच -समझ रखना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। 
कहावत -सिंपल लिविंग हाई थिंकिंग -सादा जीवन उच्च विचार -रहे सादा निभे बाप दादा 
                 ये सारा कहावत इनके जीवन में एकदंम सही बैठता है। वोतो देश विदेश में नया -नया काम -धन्धा करने का शौक होने के कारण आज विश्व भर में भ्रमण कर पाये ,और इसी कारण हमको भी दुनिया की सैर करने का मौका मिल गया। अपने सारे  रिश्तेदारों को काम धन्दा करवा  कर बसाना भी  कोई मामूली बात नहीं है।अपने इसी गुण के कारण दिन दूना और रात चौगुना तरक्क़ी कर के बढ़ते गये। भले इस जनरेसन को ज्यादा सादगी नहीं भाता पर किया भी क्या जा सकता है। 
        बच्चे लोग केक कटवा ही देते है ,बहु लोग गिफ्ट भेज ही देती है। नहीं -नहीं करके जन्म दिन हँसी खुशी से मनही जाता है।  

           











मंगलवार, 28 जुलाई 2015

FISH IN SMALL LILY POND

WED 29 JULY

                                           लिली पौंड में मछलियाँ 

                             कल बच्चों ने छुट्टी का सदुपयोग रंग बिरंगी छोटी -छोटी मछलियाँ लाकर अपने छोटे से लिली पौंड में डाला। वैसे तो फूल अभी खिलना शुरु नहीं हुआ है ,पर मछलियाँ डालने से टब का शोभा तो बड़ ही गया है। कमल के पत्तों के नीचे मछलियों को छुपने का जगह भी है। बस बंदरों और कौवों से बच जाये तो फिर क्या बात है। 




मंगलवार, 21 जुलाई 2015

MY SISTER

WED,22 JULY

                                               मेरी प्यारी बहना 

                         आज रीता का जन्म दिन है। जन्म दिन तो ऐसा है हर साल ही आता है। अच्छा खाओ पिओ ,घूमो फिरो ,जिसे जैसा सुभिधा हो वे अपना जन्म दिन अपने सुभिधा अनुसार मनाता ही है। पर बचपन का हर घटना याद आही जाता है। हम दोनों बहने कैसे मस्ती करते थे ,दिन भर घर में धमाल करते थे ,और डांट भी पड़ता था। अब भी जब -जब टाटा जाते है,पता नहीं कैसे दोनों बहन फिर से बच्चे बन जाते है। भूल ही जाते है की हमलोग नानी -दादी है कोई छोटे बच्चे नहीं है। 
                     माँ बाबा भी खुश होते है और बोलते है ऎसे ही दोनों बहन साथ आया कर घर भरा -भरा लगता है।हम दोनों बहन भी कोशीश करते है साथ ही जाये। हम दोनों का भी मन लग जाता है। आज रीता के जन्म दिन की रीता को डेरसरी बधाई।ऎसे ही हर साल जन्म दिन हँसी खुशी मानती रहे। 


 


बुधवार, 15 जुलाई 2015

THREE GENIUS

THU,16 JULY

                                               हमारे घर के तीन होनहार 

                      हमारे घर में तीन होनहार बालक हैं। तीनों एक से बड़कर एक होशियार हैं।वैसे तो तीनो भाई पढ़ाई लिखाई हो खेल कुद हो डांस ड्रामा हो सब मैं अव्वल रहते हैं। 
 राहुल-  बैटमिंटन चैम्पियन ,कम्प्यूटर एक्सपर्ट ,पियानो सब  में होशियार है।
राघव - आऊटडोर गेम ,ट्रैकिंग और कराते वगैरा में होशियारहै।  
रोहन - आर्ट क्राफ्ट ,पेंटिंग ,गार्डनिंग, इंडोर गेम वगैरा में होशियार है।
वैसे तीनो का जितना भी तारीफ किया जाये कम है। तीनो भाई जब एक साथ जमा होते हैं तो हम सबों का खूब मनोरंजन करते हैं। कभी पिआनो बजा कर ,कभी कुछ न कुछ करते रहते हे। 
दादी के साथ खूब मस्ती होते रहता है। हम भी खूब आनंद उठाते है। बच्चों के साथ बच्चा बनकर खेलना अच्छा लगता है। बच्चों को जब पढ़ाई से छुट्टी मिलता है बोर होते है तो बस दादी याद आती है। इंडोर गेम मेरे साथ खेलते है ,तरह -तरह का पेंटिंग बना कर देते हैं। 



  

सोमवार, 13 जुलाई 2015

MY COMPUTER TEACHER

TUE,14 JULY

                                                        मेरा कम्प्यूटर गुरु 
                                                 51 वां ब्लॉग हमारे गुरूजी के नाम 

        आज हम अपना 51 वां ब्लॉग यदि लिख रहें हैं तो बस सिर्फ और सिर्फ मेरा कम्प्यूटर गुरु राकेश और  राहुल के कारण। हम दोनों का बहुत ही आभारी हैं। राहुल का जिद और राकेश का मेहनत के कारण ही हम कुछ सिख सकें हैं। राहुल को तो हम एकदम मना ही कर दिये थे। 40 -50 साल हो गया है पढ़ाई छोड़े अब हम कइसे सिख पाएँगे ,और कुछ सीख भी जायेंगे तो हमारे क्या काम आएगा। हम तो एक घरेलू गृहणी हैं ,मोबाईल और कम्प्यूटर दोनों मेरे क्या काम आएगा। पर राकेश जबरदस्ती मोबाईल और कम्प्यूटर सिखाया।
   जब थोड़ा बहुत कुछ सीख गये तो राहुल ब्लॉग बना दिया और ब्लॉग लिखना सीखा दिया। अब बोला अब आप कुछ भी मन करे लिखा करिये ,हम बोले लिख कर होगा क्या इसको पढ़ेगा कौन हम नहीं लिख पायेंगे। फिर भी डरते -डरते 1 -2 लाईन लिखना शुरू किए। 
           एक दिन राकेश बोला आप जब ब्लॉग लिखते हैं तो सिर्फ सेव मत करिये इसे पब्लिश भी करिये। डरते -डरते पब्लिश भी करने लगे 2 -4 लाइक भी मिलने लगा ,हिम्मत भी बड़ा ,अब आसपास जो भी दिखे कुछ अच्छा लगे लिखना  शुरु कर दिये।रायपुर हो या कुन्नूर दोनों जगह में बहू -बेटा हो या नाती -पोता सब के सब एक दम एक्सपर्ट हैं जब भी कुछ भी प्रॉब्लम हो तो सब हाजिर रहते है ,तुरन्त प्रॉब्लम सॉल्व हो जाता है। और हम आगे बडे जाते है। हम अपने परिवार के सब लोगों का भी बहुत आभारी हैं नहीं तो हम इतना कुछ नहीं कर पाते।
       अपना 5 1 वां ब्लॉग समाप्त करके एक बार फिर अपना नटखट और चुलबुला गुरु राहुल को सलाम और बहुत सारा प्यार और आशीर्वाद। 

     

                          

रविवार, 12 जुलाई 2015

OOTY

MON,13 JULY

                                               उँटी  की सैर 


           कभी भी उँटी या कुन्नूर घूमने जाओ ,कुछ न कुछ नया गार्डन ,पेड़ पौधा या फूल मिल ही जाता है। कल उँटी जेम पार्क में गार्डन का सजावट बड़ा अच्छा लगा। यहाँ के मौसम के कारण सब कुछ बड़ा ही नेचुरल रहता है। रायपुर में तो डस्ट और पालुसन के कारण पेड़ पौधा का रौनक ही चले जाता है। 


बुधवार, 8 जुलाई 2015

ARTIST RAHUL

THU,9 JULY

                                           आर्टिस्ट  राहुल 

                    अब बारी राहुल का आर्ट दिखाने का ,राहुल भी रोहन से कुछ कम नहीं है। जब पढ़ाई से मौका मिला ड्रॉइंग और पेंटिंग करने बैठ गया। एक से एक आर्ट बनाता है। 

मंगलवार, 7 जुलाई 2015

BIRTHDAY PARTY

WED 8 JULY

                                            जन्म दिन कि पार्टी 


                       आखिर पार्टी टाईम आया नहीं -नहीं करते पार्टी भी हो गया। एक दो लोगों को घर में खाने पर बुलाना था ,हर बार कुन्नूर आने पर हमलोग भी एक दिन उनके घर जाते हैं और शुभीदा अनुसार उनलोगों को भी बुलाते हैं। अब घर में बुलाने पर बड़ा तामझाम करना पड़ता है। पहले जैसा तो है नहीं की परात भर पूरी कचोरी बना कर खिलादो। बनाने वाला भी खुश खानेवाला भी खुश। 
                             राजेश छोटा था तो उसके दादी और बाबा घर में सब बहन बेटी को बुला कर जरूर राजेश का जन्म दिन मानते थे। अब होटल  या क्लब जिन्दाबाद। कभी भी कोई अवसर आये पार्टी दे दो कोई झंजट ही नहीं। कल हमलोग भी wgc club में मस्त डिनर करके आगये। डिनर का डिनर आउटिंग का आउटिंग और फ्रेंड्स का गैदरिंग सब हो गया। 


सोमवार, 6 जुलाई 2015

JANAM DEEN RAJESH KA

TUE,7 JULY


                                         जन्म दिन  राजेश बेटा का

                   आज राजेश का जन्म दिन है। देखते -देखते दिन ऐसे बीत जाता है बस यादें ही रह जाता है। आज एक -एक कर 40 साल पुराना सब बात याद आरहा है। बच्चे कितने भी बड़े हो जाये माँ बाप के लिए वह छोटा बच्चा ही रहता है। राजेश बहुत ही कमजोर पैदा हुआ था। राजेश के बाबा राजेश के लिये बहुत ही चिंतित रहते थे। उस जमाना में प्यार करने का डंग भी अलग होता था। घर में लड़का होने पर समाज में शकर बटाया जाता था। राजेश के बाबा भी एक बोरी शकर लाकर रखे थे की लड़का होगा तो बैंड बाजा के साथ घर -घर शकर बटबायेंगे। पर राजेश बहुत कमजोर हुआ तो सब प्रोग्राम को कैंसिल कर दिए। बोले पहले कुछ तंदुरुस्त हो जाये तब खुब धूम -धाम से छठी बरही सारा प्रोग्राम करेंगे। जब राजेश 6 महीने का होगया तब खूब धूम धाम से प्रोग्राम करे सब बहिन बेटी को बुलाना लेनदेन करना सब कुछ हुआ। 
               आज के जैसा मोबाईल का जमाना नहीं था नहीं तो खुब सारा फोटो भी रहता जो कुछ है भी वह रायपुर में अलबम में है। राजेश को उसके बाबा तिलगोजा और अंजीर रोज जरूर खिलाते थे। कहीं सुन लिये थे की ये सब खिलाने पर बच्चा तंदुरुस्त होता है। हमलोगों को तो कुछ आयडिया ही नहीं था न नेट का जमाना की सर्च किया आईडिया मिलजाए। बड़ेलोगों का अनुभब ही काम आता था। अब तो राजेश खूब बड़ा बिजनेस मैन बन गया है खूब नाम कमा रहा है ,देखकर अच्छा लगता है। बालबच्चेदार हो गया है ,सपरिवार राजी खुशी रहता है। 

राजेश ,राकेश और राजेश का दोनों बेटा 

राजेश का परिवार 

रविवार, 5 जुलाई 2015

SUNDAY KE MASTI

MON ,6 JULY

                                                 संडे को मस्ती 

                          रोज रोज स्कूल जाना ,दिन भर पढ़ना लिखना। ये सब करके बच्चे बोर होजाते हैं। संडे आया खुश, पढ़ना तो पड़ता है पर थोड़ा मस्ती करने का भी मूड बन ही जाता है और अपने तरीके से खूब मस्ती भी कर ही लेते हैं। अब कुन्नूर तो जंगल पहाड़ का देश है तो हवा पानी तो रोज होता ही है ,साथ में बंदरों का भी बदमाशी चलते रहता है। कुछ नहीं तो रोज नल ही खोल देना ,बिजली और फ़ोन के तार में झूलजाना बगैर। अब तार में लटकेंगे तो फ़ोन तो डेड होगा ही। वैसे तो सब के हाथं में मोबाईल रहता है कोई प्रॉब्लम नहीं होता है पर बच्चों को मस्ती करने का सूझा।उनलोगों ने फ़ोन को फूल माला डाल कर R I P लिख कर अपने सर्किल में व्हाट्सएप्प कर दिया। और सबने मजा लेलिया। 
phone dead ho gaya R I P 

नल में ताला 

गुरुवार, 2 जुलाई 2015

FRI,3 JULY

                                                          पुरूषोत्तम   पूर्णिमा 

                 पुरूषोत्तम मास  आरम्भ हो गया है। ऐसे तो इस महीने में कुछ भी शुभ काम नहीं किया जाता हे। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भिड़ लगी रहती है। दान धर्म ,पूजा पाठ बस यही सब चलता है। कल पूर्णिमा से अधिक मास आरम्भ हो गया। पर हमारे घर में इस महीने में जन्मदिन सालगिरह पड़ता है। तो त्यौहार अच्छा हो जाता है। कल घर में बैठे -बैठे पूर्णिमा का बड़ा सा चाँद देखना हुआ। बरसात में बादल के कारण नहीं दिखता है पर कल मौसम भी साफ था।

17 WEDDING ANNIVERSARY

THU,2 JUL

                                                   शादी की सालगिरह

              आज राजेश शीतल की शादी की सालगिरह है। दिन कैसे निकल जाता है ,देखते -देखते 17 साल शादी का हो गया पता ही नहीं चला। कहाँ लड़की खोज रहे थे अब बल -बच्चे वाला हो गया ,लगता है कल की ही तो बात है। बहू सही घर से आये तो घर स्वर्ग बन जाता है ,नहीं तो घर नर्क बनने में देर नहीं लगता है। हम खुशनसीब हैं की हमारा परिवार सुखी है। हमें अच्छे घर की पली -पलाई  बेटी बहू के रूप में मिली है।
            भगवान दोनों की जोड़ी बनाये रखे। दोनों सपरिवार सुखी और खुश रहें। हमारा आशीर्वाद हमेशा राजेश के परिवार को है। अब तो बच्चे भी बड़े हो गए हैं और काफी समझदार हो गये हैं। अभी तो स्कूल गए हैं शाम को केक काटने का प्लान बनायें हैं। मम्मी -पापा को सरप्राईज देंगे। वैसे तो बहु भी आज बहुत कुछ स्पेशल पकवान बनवा रही है। राकेश ज्योति लोगों की कमी हमलोग महशूस कर रहे हैं। दो घर होने पर कोई पर्ब




त्यौहार यहाँ कुछ वहाँ होता है। चलो बच्चे जहाँ भी रहें सुखी और खुशी रहें हम बड़ों को और क्या चाहिये।आज पुर्णिमा का चाँद भी निकला  और सुबह एक नया फुल भी मिला