शनिवार, 30 सितंबर 2023

#PENTAS#FLOWER

                          पेंटास फूल 

                  पेंटास का पौधा छोटा होता है और इसमें गुच्छे में फूल होता है। करीब करीब बारोह महीना फूल खिलते रहता है। सुबह का धुप जरूरी होता है। पानी भी रेगुलर डालना पड़ता है। फूल लाल ,गुलाबी ,पर्पल ,सफ़ेद आदि अनेक रंगो में होता है। गमले में लगाना ज्यादा अच्छा रहता है।पेंटास का  पौधा 2 -3 फ़ीट हाईट का होता है। पौधा मूलता मेडागास्कर और साउथ अफ्रीका का है पर अपने देश में भी अच्छा से फलता फूलता है। कटिंग से लग जाता है। फूल होते जाये और कटींग कर के नया पौधा बनाते जाना चाहिए। 






बुधवार, 13 सितंबर 2023

MY FATHER'S BIRTHDAY "14 SEPTEMBER"

                                हमारे बाबा का जन्मदिन 

              आज हमारे बाबा का जन्मदिन है। वे 97 कम्प्लीट करके 98 साल की शुरुआत करेंगे। बाबा लेखक है और 14 सितम्बर हिन्दी दिवस और बाबा का जन्मदिन एक साथ पड़ता है।अभी तक  500 + आर्टीकल पत्र ,पत्रिका में बाबा का छप चुका  है।बाबा का 20 पुस्तक भी प्रकाशित हुआ है। बाबा अभी भी साहितिक कार्यरत है। बाबा को अभी तक 10 सम्मान पत्र ,तीन शील्ड ,एक मेडल और पुरुस्कार राशि  मिला है। वैसे तो अभी भी काफी एक्टिव है ,पर अब जरा कमजोर हो गए है। उन्होंने "बढ़ते कदम "संस्था में अपना नेत्र दान और देह दान का रजिस्ट्रेशन करवाया है। भगवान उनको स्वस्थ रखे और उनका आशीर्वाद हम सभी को मिलता रहे। 






                                                               बाबा का 20 पुस्तक 





 





                               




  

रविवार, 10 सितंबर 2023

#TOUCH #ME#NOT#SHY#PLANT#LAJWANTEE#MIMOSA#PUDICA

              लज्जावंती  छुईमुई 

          लज्जावंती  पौधा की पत्तियां मानव स्पर्श से सिकुड़ कर बंद हो जाती है ,थोड़ी देर में फिर खिल जाती है। इसलिए इसे लज्जावंती ,छुईमुई ,टच मी नॉट आदि नामो से जाना जाता है। ये बारोहमासी पौधा है। सुबह फूल खिल जाता है और शाम होते ही फूल बंद हो जाता है। छोटा बुशी पौधा है। कुछ विशेष केयर भी नहीं करना पड़ता है।जब  पौधा फूल से भरा रहता है तब बहुत सुन्दर दिखता है। 





  

शनिवार, 9 सितंबर 2023

#COLEUS#PLANT

                                  कोलियस पौधा 

                       कोलियस एक कोमल बारहमासी पौधा है। कोलियस का पौधा तीन फ़ीट के करीब होता है।इसे छाँव में लगाना चाहिए ,पौधे को धुप एकदम पसंद नहीं है। गमले में भी लगा सकते है पर जमीन में लाइन से लगाने से ज्यादा अच्छा लगता है।पानी हमेशा डालते रहना पड़ता है नहीं तो पत्तियां मुरझा जाता है। ज्यादा देखभाल की भी जरुरत नहीं होता है। फुनगी में छोटे छोटे वैगनी रंग का फूल खिलता है। फूल तोड़ देना चाहिए तो पौधा का ग्रोथ अच्छे से होता है। पौधा की पत्तियांअनेक रंग और डिजाइन की होती है। लाल,हरा. ,बैगनी ,नीला ,पीला ,गुलाबी आदि। 





  



शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

#DRAGON#FRUIT#PITAYA

                                    ड्रैगन फ्रूट 

                                        पिताया फल 

                       ड्रैगन फल कैक्टस प्रजाति का फल है। अमेरिकन फल है ,पर कई देश में इसकी फसल लेते है। छत्तीसगढ़ में भी इसकी पैदावार अच्छी होती है। ड्रैगन फ़्रूट में विटामीन बहुत होता है जो की स्कीन के लिये फायदे मंद है। भारत में जून से लेकर नवंबर के बीच ड्रैगन में फूल से फल तैयार होता है. फूल से फूल बनने में करीब एक महीना से डेढ़ महीना लगता है।फूल रात को खिल जाता है सुबह धीरे धीरे बंद होता। 2 -3 दिन के बाद फूल सूख जाता है और उसमे हरा फल बनना शुरू होता है। फल भी लाल ,पीला और सफ़ेद तीन रंग का होता है।  पौधे को ज्यादा पानी की भी जरुरत नहीं होता है। जमीन थोड़ा सख्त होना चाहिए। तीन साल पहले हमे इसका पौधा मिला था। इस साल जा कर इसमें पहला फल आया। भले एक ही आया पर देख कर बड़ा अच्छा लगा। पेड़ का पका मीठा फल था। अब अगले साल का इंतजार है ,शायद ज्यादा फल दे।जन्माष्टमी के अवसर में पहला फल का प्रसाद ग्रहण किये। 


कली 

फूल 

छोटा कच्चा फल 

पका फल 


             

सोमवार, 4 सितंबर 2023

#AZERBAIJAN#BAKU

                                 अज़रबैजान  बाकू  डे टूर 

             बाकू अज़रबैजान का कैपिटल सिटी है। कैस्पियन सागर के किनारे बसा है। बाकू का ओल्ड सिटी 11वीं  शताब्दी का है पर आज भी देखने लायक वेल प्लान सिटी है। उस काल का कला ,बिल्डींग ,रोड , मैडेन्स टॉवर आदि। 17 वीं शदी तक रूस के अंडर में आ गया था। पूरा बाकू एकदम यूरोपीयन पैटर्न में बसा है। समुन्द्र के किनारे किनारे नया बना हुआ एक से एक चीज है। बाकू आई(दुबई आई ,लन्दनआई  )के पैटर्न में  ,कारपेट म्यूजियम ,हैदर अली  कल्चरल सेण्टर,लिटिल वेनिस ,वेनिस पैटर्न में बोटिंग आदि।समुन्द्र किनारे पूरा पैदल घूमते हुए नजारा देख सकते है। यहाँ का नया बना  हैदर मॉस्क भी बहुत ही भव्य सूंदर है। कोइ भी जा सकता है ,पर महिलाओं को सर कभर करना पड़ता है।समुन्द्र के दूसरे तरफ पहाड़ में यहाँ का फ्लेम टावर जो की ऊंचाई में बना है सिटी में कहीं से भी दिखता है।यहीं थोड़ी दूर में शहीदों के याद में मार्टिस लेन है,फ्लेम टॉवर आदि।  पूरा शहर साफ सुथरा सुन्दर बहुत ही अच्छा।पुरे देश में रंग बिरंगे कनेर फूल का बहार देखने मिला। शायद यहाँ का मौसम इस पौधे के अनुकूल हो।  






    


ओल्ड सिटी 














 

रविवार, 3 सितंबर 2023

#ATESHGAH#FIRE#TEMPLE#SURAKHANY#BAKU

                   बाकू आतेशगाह 

                             ज्वाला मंदिर 

                                अज़रबैजान की राजधानी बाकू के पास सुराखानी शहर में एक मध्यकालीन हिन्दू धार्मिक स्थल है। एक पंचभुजा आकार के अहाते के बीच में एक मंदिर है। दुसरी शताब्दी में सिल्क रूट होकर भारतीय व्यापारी यहाँ व्यापर करने आते थे। उस समय ये पारसी देश था।वे लोग अग्नि का पूजा करते थे। हिन्दू व्यपारी ने तब यहाँ मंदिर बनवाया। हिन्दू ,सिख और पारसी लोगों का पूजा स्थल बन गया। धरती से नेचुरल गैस निकलती रहती है इसलिए अग्नि कभी बुझती  नहीं है।ज्वाला को आतिश बोला जाता है इसलिए आतेशगाह नाम पड़ा।  इस कैम्पस में गणेश मंदिर भी है। 18 वीं शताब्दी में फिर से नवीनीकरण  किया गया। अतिशगाह के कैम्पस में अलग अलग कमरों में बड़ा ही अच्छा धार्मिक औरआध्यात्मिक उस ज़माने का घटना का वर्णन  किया गया है।संस्कृत में भी शिला लेख है।अब तो मुस्लिम देश है, पर अभी भी सुरक्छित है।देख कर बड़ा अच्छा लगा अपने देश का धर्म विदेश में मिला।



पेशेंट का मन्त्र उच्चारण से इलाज 

गणेश मूर्ति 






   

  

शनिवार, 2 सितंबर 2023

#BAKU#AZERBAIJAN

                अज़रबैजान बाकू नाईट टूर 

             अजरबैजान कॉकेशस छेत्र के पूर्वी भाग में कैस्पियन सागर तट में एशिया के तरफ है। बाकू अज़रबैजान की राजधानी है।  बाकू को सिटी ऑफ़ विंड्स के रूप में जाना जाता है। सागर से लगा होने के कारन दिन में भले बहुत गर्मी हो पर हवा बहुत तेज रहता है। बाकू अज़रबैजान का सबसे खुबसूरत शहर है।रात को बाकू शहर बहुत ही सूंदर दिखता है। फ्लेम टावर राजधानी के सेण्टर में है कितना भी दूर से देखे दिखता है सूर्यास्त के बाद लाइट से जगमगा जाता है।मेडेन टावर बाकू का स्मारक और अज़रबैजान का  प्रतीक है.