मंगलवार, 22 दिसंबर 2020

#PARIJAT#HARSINGAR#SHIULI#NIGHT JASMINE

                     हरसिंगार     पारिजात 

                    पारिजात के पौधे में सुन्दर और सुगंधित  फूल आते है। यह पुरे भारत में पाया जाता है।पारिजात का पुष्प पश्चिम बंगाल का राजकीय पुष्प है।इसका पेड़ 10 -15 फ़ीट का होता है। इसके फूल की पंखुड़ी सफ़ेद और डंठल केसरिया पीला होता है। फूल की खासियत ये है की रात को खिलता है और पुरे बाग  मे खुश्बू बिखेर देता है ,पर सूर्योदय के साथ ही सारे पुष्प झड़ जाते है।पारिजात की पत्तियां गहरे हरे रंग की थोड़ी कड़ी होती है।  पारिजात का फूल ही ऐसा पुष्प है जो की बीन कर भगवान हरी को चढ़ाया जाता है इसलिए इस को हरसिंगार भी बोला जाता है।रात को खुशबू बिखेरने के कारण नाईट जास्मीन भी इसका नाम है। बंगाल में शिउली के नाम से जाना जाता है।

  माना जाता है की समुन्द्र मंथन में अमृत के साथ कल्प वृछ  निकला था जो की स्वर्ग में इंद्र के बाग की शोभा बढ़ाता था। कृष्ण अवतार के समय सत्यभामा के कहने पर भगवान जी ने स्वर्ग से ला कर धरती में लगाया था।तब से ही इस पेड़ का बहुत ही महत्व है। वैसे भी आर्युवेद में इस पेड़ के फूल ,पत्ते ,छाल सभी से दवाई बनाया जाता है। कई बीमारियों में इसका उपयोग होता है। जैसा नाम हरसिंगार वैसा ही गुण।   





       

गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

#ASTER FLOWER#FROST FLOWER

                                      एस्टर का फूल 

                        एस्टर एक तरह का बाहरोमासी  फूल का पौधा होता है।जिन पर तारों के आकार का फूल खिलता है। इसे आसानी से लगा सकते है। इसे फ्रॉस्ट फ्लॉवर भी कहा जाता है। इसका पौधा उत्तरी अमेरिका और दक्षणी यरोप के जंगलों में पाया जाता है।एस्टर ग्रीक शब्द है ,जिसका अर्थ तारा होता है। फूल का तारा आकर होने के कारण एस्टर नाम पड़ा होगा। इसका पौधा एक से लेकर चार फ़ीट हाईट का होता है। सूरजमुखी फूल की तरह होता है। इसका फूल कई आकर प्रकार और अनेक रंगो में खिलता है। सफ़ेद ,लाल ,नीला ,बैगनी गुलाबी आदि रंगो में होता है। पत्तियां गहरे हरे रंग की पतली और नुकीली होती है। ठण्ड के मौसम में गार्डन में लगाने पर इसकी बहार देखते ही बनती है।




   

रविवार, 11 अक्तूबर 2020

#PENTAS#LANCEOLATA

                              पेंटास   लैंसोलाटा 

                        पेंटास का पौधा मूलता दक्षिण अफ्रीका ,मेडागास्कर ,अरब प्रायद्वीवप आदि देशों का पौधा है। पेंटास का पौधा बारहों महीना खिलने वाला एक झाड़ी नुमा पौधा है। इसकी हाईट करीब 2 -3 फ़ीट और चौड़ाई करीब 15 इंच होती है। इसके फूल पांच पत्रों वाले तारा के आकर में गुच्छे में खिलते है। फूल लाल ,सफ़ेद ,गुलाबी और बैगनी इत्यादी रंगों के होते है। पेंटास के पौधे को धूप चाहिए और पानी कम मात्रा में देना चाहिए। कटिंग से पौधा लग जाता है। हमेशा कटिंग करते रहने से पौधा का शेप भी अच्छा रहता है। पेंटास का पौधा जमीन और गमले दोनों में लगा सकते है,पर पानी का निकासन और सुबह का धुप बहुत जरूरी है ,तभी फूल खूब खिलता है और गार्डन में बहार आ जाता है। 





शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020

DIEFFENBACHIA#DUMB CANES

                 डिफनबाकीया   

                    डम्ब केन्स 

                     डम्ब केन्स एक सजावटी पौधा है। यह मैक्सिको ,अर्जेंटीना से होते हुए विश्व में फैला है। डम्ब केन्स का पौधा हरा और सफ़ेद डॉट लिये होता है। ये थोड़ा टॉक्सिक भी होता है। 12 -14 इंच इसकी हाईट होती है। विएना के बोटॉनिकल गार्डन के डायरेक्टर ने वहां के हेड माली डिफनबाकीयाके नाम पर इस पौधा का नाम रखा था।इसके पौधे को धुप चाहिए पर डायरेक्ट सूर्य की रोशनी नहीं मिले थोड़ा पेड़ का छाँव हो तो पत्ती ज्यादा चमकदार होती है। इसे ऑउटडोर और इनडोर दोनों जगह लगा सकते है पर पौधा में ज्यादा पानी नहीं डालना चाहिए। 



     

                      

शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

ARECA PALM

                                ऐरेका  पाम 

                 ऐरेका पाम हवा शुद्ध करने वाला पौधा है। इसे घर केअंदर और बाहर दोनों जगह लगा सकते है।इस पौधे को धुप चाहिए पर थोड़ा छाव होना चाहिए नहीं तो तेज धुप में पत्तियां जल जाती है। पौधा को यदि बढ़ने दिया जाये तो 10 साल में ही 15 -30 फ़ीट हाईट का हो जाता है। इसका तनाबैम्बू जैसा दिखता है।इसलिए इसे बैम्बू  पाम भी कहा जाता है। वैसे यदि बढ़ाना नहीं है तो बड़ा बैम्बू वाला तना काटते रहना चाहिए। छोटा 3 -4 फ़ीट का झाड़ी नुमा हरा भरा पत्ती भी बहुत सुन्दर लगता है।इसमें नारंगी रंग का छोटा- छोटा गुच्छे में खजूर जैसा फल लगता है पर उसे खाया नहीं जाता है।बड़े बगीचा  मे लाईन से लगाना ज्यादा अच्छा लगता है,तभी बैम्बू पाम तैयार होता है। गमले में लगाने पर हर 2 -3 साल में गमला बदलना चाहिए और थोड़ा छाँट  देना चाहिए।





      

गुरुवार, 10 सितंबर 2020

CHINESE FAN PALM

                                    चाइनीस फैन पाम 

    पाम का पौधा बहुत ही आम पौधा है.ये अलग -अलग शेप और नाम से जाना जाता है। इसी में एक फैन पाम भी होता है जिसके पत्ते के आकार के कारन फैन पाम इसका नाम पड़ा है।  पूर्वी एशिया के खजूर के पेड़ की एक प्रजाति फैन पाम है। ताड के पत्ते जैसा होने के कारन इसे फैन पाम या फव्वारा पाम भी बोला जाता है. इसके पत्ते चमकदार हरे रंग का होता है। इसे पनपने के लिये चमकदार धुप की जरुरत होती है। इसे इनडोर और ऑउटडोर दोनों जगह लगा सकते है। बाहर गार्डन में लगाना ज्यादा अच्छा होगा। इससे ग्रोथ और शेप अच्छा रहता है। घर के अंदर लगाने पर काट छाट करते रहना पड़ेगा। पौधा 6 -8 फ़ीट हाईट का  होता है।इसे फैलने और बड़ने के लिये जगह ज्यादा होने पर ही सही शेप मिलता है। 




  

गुरुवार, 20 अगस्त 2020

#HIBISCUS

                     बगिया में लाल  जासवंत की  बहार  

                    जासवंत का पौधा करीब- करीब सारी दुनिया में पाया जाने वाला पौधा है। इसमें अनेक रंगो का फूल करीब -करीब साल भर खिलता है। इसे  झाड़ी नुमा पेड़ भी बोल सकते है। औषधी गुणों से भर पुर अनेक बीमारियों में इसके फूल और पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। ।लाल ,गुलाबी,सफ़ेद,पीला,नारंगीआदि रंग के फूल इसमें होते है।  पर लाल रंग का जासवंत फूल का बात ही कुछ और है, जब खिलता है तो पूरा पेड़ भर जाता है।लाल रंग का जासवंत फूल का धार्मिक महत्व भी  बहुत है. गणेश भगवान  और देवी माँ का प्रिय फूल है। नवरात्र में तो यही फूल  चढ़ाया जाता है।दवाई के आलावा चाय बनाने में भी उपयोग किया जाता है, इस चाय का स्वाद थोड़ा खट्टा  होता है,और हर्बल टी के रूप में उपयोग किया जाता है।हवाई देश में लड़कियाँ अपने कान में इसका फूल लगती है। पीला जसवंत का फूल हवाई का स्टेट फूल है, और हेति का राष्ट्रीय पुष्प जसवंत ही है।






 


 

 

  

सोमवार, 17 अगस्त 2020

VERIGETED CREPE GINGER

                         VERIGETED CREPE GINGER 

                                RHIZOME  COSTUS

           वेरिगेटेड क्रेप जिंजर का पौधा एक सजाबटी एशियाई देश का पौधा है। इसकी पत्ती हरे रंग की सफ़ेद धारी लिये होती है.हर पत्ते के बाहरी बॉर्डर में सफ़ेद रंग का बॉउंड्री ऐसा लगता है जैसे किसी ने ब्रश से सफ़ेद रंग लगा दिया है। । पौधे को जमीन और गमले दोनों में लगा सकते है। पौधा 3 -4  फ़ीट हाईट का ही होता है। गर्मी और बरसात में इसका ग्रोथ अच्छा होता है ठण्ड में थोड़ा रुक जाता है। पौधे का जड़ अदरख जैसा  होता है ,इसलिए इस पौधे का नाम क्रेप जिंजर है। कटिंग और जड़ दोनों तरह से लगा सकते है। ज्यादा देख भाल भी नहीं करना पड़ता है। 



शनिवार, 15 अगस्त 2020

#IMPATIENS #BALSAM FLOWER

                           BALSAM    FLOWER  

                                    चिरया का फूल 

         चिरया का फूल बहुत ही साधारण पौधा है। इसका पौधा भारत और आस पास के छेत्र मे आसानी से देखा जा सकता है। बरसात मे बीज द्वारा लगाया जाता है। एक बार बीज डालने पर महीना भर में पौधा निकल जाता है। क्यारी में पौधा रोपण करने पर जब एक साथ फूल खिलता है तो देखते ही बनता है। पौधा ज्यादा बड़ा भी नहीं होता है 1 -2 फ़ीट ही हाईट होता है। इसमें सिर्फ एक ही प्रमुख स्टेम होता है और उसमे से ही फूलऔर पत्ती  निकलता है। पत्ती दाँतदार गहरे हरे रंग का होता है।  आजकल हाईब्रीड छोटा अनेक रंगो वाला पौधा का बीज मिलता है। इसमें सिंगल पत्र और डबल पत्र वाला फूल होता है। फूल हल्का और थोड़ा भीना भीना खुश्बू  लिये होता है।चिरया का फूल लाल ,गुलाबी ,सफ़ेद ,बैगनी आदि रंगो में होता है। अलग अलग प्रान्त में अलग नामो से जाना जाता है। चिरमरी ,दुपाटी बॉलसम ,चिरया आदि इसके नाम है।फूल रोज खिलता और दूसरे दिन झड़ जाता है। एक दिन का ही मेहमान होता है। पर पौधा महीनों रहता है और खिलता रहता है और गार्डन का शान बन जाता है।   


 

गुरुवार, 13 अगस्त 2020

ERANTHEMUM LAXIFLORUM SHOTING STAR

                                      लेक्सीफ्लोरम   शूटिंग  स्टार 


                 लेक्सीफ्लोरम एक ऑरनामेंटल पर्पल रंग का पांच पत्रों वाला ,तारा शेप का छोटा झाड़ी नुमा, फिजी देश का पौधा है। इस पौधे की हाईट 2 -3 फ़ीट से ज़्यदा नहीं होती है। ठण्ड में कम खिलता है। गर्मी से बरसात तक छोटे छोटे तारा आकार के फूल गुच्छे में खिलता है। धुप पूरा मिलना चाहिए पर थोड़ा छाव भी होना चाहिए। पानी भी कम डालना होता है। तभी फूल का बहार देखते ही बनता है। कटिंग से भी असानी से लग जाता है।



 

बुधवार, 12 अगस्त 2020

UMBRELLA PLANT VARIEGATED SCHEFFLERA ARBORICOLA PLANT

                            

                                      अम्ब्रेला    पौधा 


            अम्ब्रेला पौधा ताईवान का ट्रॉपिकल पौधा है।इसका पत्ता हरा क्रीम रंग का चमकदार ओवल शेप में होता है.पत्ता 8 से 10 पत्र वाला होने के कारन छतरी शेप जैसा दिखता है इसलिए अम्ब्रेला पौधा बोला जाता है। पौधा 3  से 5  फ़ीट का हाईट का होता है। पौधे को कम पानी ,हल्का रोशनी और सीधे सूर्य की रोशनी से बचाना चाहिए। पौधे को इनडोर प्लांट के रूप में गमले में या जमीन में सेमी शेड में रखना चाहिए।तभी पत्तियां चमकदार रहेगी। हर साल बरसात में पौधा का थोड़ा कटाई छटाई  कर देने पर पौधा का शेप भी अच्छा दीखता है।


   


          


                       


               

मंगलवार, 4 अगस्त 2020

FIRST LOVE FLOWER

                        फर्स्ट लव फ्लॉवर 

               फर्स्ट लव फ्लॉवर का पौधा करीब एक फ़ीट का होता है। एक लाईन से अनेक पौधा लगाने से जब फूल होता है तब  इसकी छटा देखते बनती है। इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की पतली और लम्बी होती है। नया पत्ता लाल रंग का होता है, और फूल उसी में गुच्छे में लगता है।फूल चटक लाल रंग का होता है। कली से फूल बन कर खिलने में कम से कम  20-25 दिन लग जाता है। 8 छोटा -छोटा कली मील कर एक गुच्छा फूल बन जाता है। एक बार फूल खिलने के बाद करीब महीना भर फूल खिला रहता है। फूल देखने में काफी आकर्षक होता है। फूल सुख जाने के बाद पौधा का कटाई छटाई कर देने पर पौधा का शेप भी सुन्दर दिखता है,और अगले साल फूल भी ज्यादा होता है।  जून से अगस्त के बीच ही फूल का मौसम रहता है।








  

बुधवार, 22 जुलाई 2020

MYRTLE FLOWER

                              मिर्टल का फूल
                                      सावनी के फूल

                  मिर्टल सदा हरा भरा झाड़ी नुमा पौधा है।इसका फूल चटक रंग का होता है और गुच्छे में खिलता है। 3 -4 रंग का होता है पर सफ़ेद और गुलाबी लिये हुए बैगनी रंग ही प्रमुख है। बरसात में पौधा फूलों से भरा रहता है।शायद इसलिएइसका एक नाम सावनी भी है।   बरसात में फूल हो जाने के बाद अच्छी तरह कटाई -छटाई कर देना चाहिए। स्वीडिश बॉटनिस्ट लिन्नेरेउस ने 1753 में इस पौधे की खोज की थी। इस पौधा का जिक्र बाईबल में भी है। जैसे हमलोग बचपन में विद्या पौधे की पत्ती लेकर विद्या कसम बोलते है ,वैसे ही बाईबल में गॉड प्रॉमिस के लिये उपयोग किया जाता है।मिर्टल का पौधा पुरे भारत में पाया जाता है और हर जगह अलग नाम से जाना और पहचाना जाता है। इस पौधे के नाम सिद्धेश्वर ,जारूल ,सावनी ,पावलाक्कुरिन्जी आदि भी है। 


बुधवार, 24 जून 2020

GAILLARDIA FLOWER

                               गेलार्डिया  का  फूल

                             रेड इंडियन ब्लैंकेट

              रंग बिरंगी फूल सबों को अपनी और आकर्षित करता  है। इन्हीं फूलों में एक आकर्षक फूल गेलार्डिया भी आता है। गेलार्डिया गर्मी ,बरसात,सर्दी तीनों मौसम में आसानी से उगाया जा सकता  है। बीज के रोपाई के बाद पौधा 3-4 महीने में फूल देने लग जाता है।फूल हर 4 -5 दिन के बाद तोड़ लेना चाहिए ,जिससे बहुत सा ब्रांच निकलते जाता है और उसमे बहुत सारा फूल खिलता है।  हफ्ते में एक दो बार ही पानी डालना चाहिए। फूल चटक दार अनेक पंखुड़ी बाला डबल रंग का होता है।
               गेलार्डिया के दो प्रमुख  प्रजाति होते  है।
 1 गेलार्डिया पिकटा -इसकी पत्तियाँ और फूल दोनों ही बड़े आकर की होती है।
2 -गेलार्डिया लोरेंजियाना -इसके फूल में कई आकर्षक रंग के डबल फूल लगते है।
गेलार्डिया के फूल लाल -पीले ,कथई रंग के होने के कारन इसका एक नाम रेड इंडियन ब्लैंकेट भी पड़ा है। रेड इंडियन लोगों के पहनावे में एक रंगीन धारी दार सॉल जरूर रहता है,इसलिए ऐसा नाम पड़ा होगा।
बगीचे में लाईन से क्यारी में लगाने से ज्यादा अच्छा दिखता है, वैसे गमले में भी लगा सकते है।





 
   

  

सोमवार, 8 जून 2020

CHIKOO FRUIT

                            चीकू  फल
                                सपोटा

            चीकू सेंट्रल अमेरिका ,मेक्सिको का सदाबहार  पेड़ है। भारत के आलावा पाकिस्तान ,थाईलैंड ,कंबोडिया ,वियतनाम ,इंडोनेशिया आदि देशों में भी होता है। चीकू का फल गोल ,लम्बा ,अंडाकार आकर मे होता है। इसकी त्वचा मोटी भूरी रंग की होती है। फल में 2-4  के करीब बीज होता है।चीकू का पेड़ 3 -5 साल में फल देने के लिये तैयार हो जाता है। फूल से फल तैयार होने में करीब एक साल लग जाता है।हमारा पेड़ 5 साल का हो गया है। इस साल पहली बार इसमें फल हुआ। पहला साल होने के कारन फल भले ही 5 -7 ही लगा। पर घर के गार्डन में होने से उसका खुशी ही कुछ और ही होता है।



     

शुक्रवार, 5 जून 2020

BOUGAINVOLLEA

                                   बोगेनवेलिया की बहार

                                        कागज के फूल

                    बोगेनवेलिया कांटे दार बेल प्रजाति का पौधा है।यह मूलता दक्षीण अमेरिका का सदा बहार गुच्छे में खिलने वाला पौधा है।इसका बेल 1 -12 मीटर तक बढ़ता है। पेड़ का सहारा मिलने से काफी ऊँचा जाता है,नहीं तो अपने सुभिधा के अनुसार कटाई छटाई कर सवरूप दे सकते है। इसे पानी भी कम डालना पड़ता है। बरसात में बहुत तेजी से बढ़ता है और फूल कम होता है उस समय अच्छी तरह कटाई कर देना चाहिए। पुरे ठण्ड और गर्मी में फूलो से लदा रहता है। करीब 18  प्रजाति का होता है. बैगनी ,सफ़ेद  पीला ,नारंगी आदि रंगो के फूल होते है। फूल एकदम हल्का कागज के फूल जैसा होता है। इसलिए इसे कागज का फूल भी कहा जाता है।इसे कटींग से लगा सकते है। गार्डन में इसका बहार देखते ही बनता है।