शनिवार, 31 मार्च 2018

HAPPINESS ALL AROUND US

                        JACARANDA  FLOWER   नीला गुलमोहर

                                 जकरण्डा फूल वैसे तो साउथ अमेरिका का फूल है। लेकिन भारत समेत करीब -करीब  सारे दुनिया में पाए जाने वाला पेड़ है।मार्च -अप्रील महीना में इसकी छठा देखने लायक होती है। जिस प्रकार  लाल गुलमोहर में अप्रैल में लाल -लाल फूल  से पूरा पेड़ ढका रहता है वैसे ही जकरण्डा के पेड़ में नीला -नीला फूल से पूरा पेड़ ढक जाता है। 5 -15 मीटर ऊँचा इसका पेड़ होता है। ऑस्ट्रेलिया में तो नवम्बर -दिसम्बर महीने में जकरण्डा फेस्टीवल भी मनाया जाता है। वहाँ के मौसम के कारण नवम्बर में पेड़ में फूल फुल ब्लूम रहता है।
    पिछले साल  मार्च महीना में कुन्नूर में होने के कारन चारों तरफ जकरण्डा का बहार देखने मिला। जिधर नजर दौड़ाओ बस नीला -नीला फूल का बहार देखने मिला।फूलों का बहार देख कर दिल खुश हो गया। जब दिल खुश  तो मन प्रसन्न  , मन प्रसन्न तो चारो और खुशी ही खुशी।




         

शुक्रवार, 30 मार्च 2018

HOLY GOOD FRIDAY AND EASTER

                                        गुड फ्राइडे एंड ईस्टर
       क्रिश्चन समुदाय के लोग इस दिन जीसस के सूली चढ़ने के दिन के रूप में याद करते है इसलिए इसका सेलीब्रेसन नहीं करते हैं बल्कि इस दिन व्रत रखकर चर्च जाकर प्रार्थना किया जाता है। मार्च महीने के चार शुक्रवार को व्रत रखते है। पाम संडे से होली वीक मनाते है ,लास्ट शुक्रवार के तीसरे दिन ईस्टर मनाते है। मान्यता है की सूली के तीसरे दिन फिर से येशु  प्रगट हुए थे इसलिए चौथे शुक्रवार के बाद वाले संडे को ईस्टर मनाते है। इस दिन पकवान बना कर ,एक दूसरे से मिल कर चर्च में जा कर ईस्टर मनाया जाता है।
     जबतक कुन्नूर नहीं गए थे तब तक इतना नहीं मालूम था क्यों और कैसे ईस्टर मनाया जाता है। और पता भी नहीं था की ईसाई लोग भी व्रत रहते है। पर कुन्नूर आने जाने के कारण ईस्टर और गुड फ्राइडे का असली माने और मनाने का तरीका पता चला।



गुरुवार, 22 मार्च 2018

WORLD WATER DAY

                                 विश्व जल दिवस

               पर्यावरण ,स्वास्थ्य ,कृषि और व्यापार सहित जीवन के विभिन छेत्रों में जल के महत्त्व की ओर लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिये, पूरे विश्व में 22 मार्च को जल दिवस मनाया जाता है। 1993 में सुयंक्त राष्ट्र की सभा के द्वारा इस दिन को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने  का निर्णय लिया गया।नीले रंग की जल की बूंद की आकृति विश्व जल दिवस उत्सव का मुख्य चिन्ह है।
       जल है तो कल है पानी बचाना हमारा कर्तव्य है।   समय आगया है की  हम वर्षा का पानी अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करें। बारिश की एक -एक बूंद कीमती है, इन्हे सहेजना बहुत ही आवश्यक है।  हमारे गावँ मोह्ल्लों के तालाब ,कुआँ और नदियाँ रख रखाव के बिना गायब होती जा रही है।
   आस का दामन कभी नहीं छोड़ना चाहिए। ईश्वर से यही कामना है कि वह दिन कभी न आये जब इंसान को पानी की कमी हो, विज्ञान और पर्यावण के ज्ञान से मानव ने जो प्रगति की है उसे प्रकृती संरछण में लगाना जरूरी है।तभी हम जल बचाने में सफल हो सकेंगे।



  

रविवार, 11 मार्च 2018

SALASAR BALAJI TEMPLE

                        सालासार बालाजी मंदिर (रायपुर )

                राजस्थान पैटर्न में बना भव्य नवनीर्मित सालासार बालाजी का मंदिर रायपुर में बना है। मंदिर में हनुमान जी के आलावा गणेश जी ,राम -जानकी ,कृष्ण -राधा और बाल हनुमान जी माता अंजनी के गोदी में बैठे हुए हैं। राजस्थान में जाकर तो देखना नहीं हो पाया ,पर कोई बात नहीं रायपुर में इतना सूंदर भव्य मंदिर बनने के कारण यहीं दर्शन हो गया। रायपुर शहर से 6 -7 किलोमीटर की दूरी में होने के कारण कोई भी आराम से जा कर दर्शन कर सकता है।
    मंदिर के कैंपस में ही सभा गृह और सबसुविधा युक्त 36 कमरा भी है। शादी व्याह या कोई भी मांगलीक कार्य भी यहाँ संपन्न हो सकता है। कल हमको भी जाने और देखने का सौभाग्य मिला। मंदिर देख कर मन प्रसन्न हो गया।








CURRY PLANT

                               कड़ी पत्ता  ( मीठा नीम  )
 
             भारत में पाया जाने वाला पेड़ है। इसका पेड़ 5 -6 मीटर ऊँचा और घना होता है। इसके फूल सफ़ेद छोटे -छोटे होते है। और फल छोटा काले रंग का होता है। फल  सुख कर झड़ जाता है और उसीके बीज से नया छोटा -छोटा पौधा निकलते रहता है।सब्जी वगैरा में छौंक के काम में  लिया जाता है इसलिए इसे कढ़ी (करी )पत्ता बोला जाता है। मीठा नीम भी बोलते है।
     रसोई के आलावा ये भी आर्युवेदिक दवाई में काम आता है। बहुत बिमारी की दवाई बनाने में उपयोग होता है।दक्छिन भारत में सबसे ज्यादा इसका प्रयोग रसोईं में होता है।   भारत का पड़ोसी श्रीलंका में भी रसोईं में  छौंक में काम लिया जाता है। शायद वहाँ तमिल लोग बहुत है इसलिए श्री लंका में भी उपयोग करते है।
     चाहे जो हो स्वाद और दवाई दोनों में काम आता है और लगाना भी बहुत आसान है इसलिए घर -घर में इसका पौधा होता ही है। हर साल कांट -छांट कर अपने बगीचे के हिसाब से शेप दे देने पर एक पौधा से सालों साल तक करी पत्ता मिलते रहता है।





गुरुवार, 8 मार्च 2018

WOMEN'S DAY

                       अंतराष्ट्रीय महिला दिवस

        8 मार्च को देश -विदेश में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। हर देश में अलग -अलग तरीके से मानते है। पर इसकी शुरुआत 1908 में 15 हजार महिलाओं ने न्यूयार्क में अपने हक के लिये मार्च निकला था। एक साल बाद महिला दिवस घोषित किया गया। कालरा  जेटकिन ने 1910 में कोपेनहेगन में 17 देशों की 100 महिलाओं के कॉन्फ्रेंस में महिला दिवस मानाने का सुझाव दिया। 1975 से अंतराष्ट्रीय महिला दिवस को मान्यता दी गयी तब से इसे सेलीब्रेट किया जाता है। 1917 में युद्ध के दौरान रूस की महिलाओंने शांति के लिये हड़ताल किया था उस दिन 8 मार्च था। इसलिए तब से सारे दुनिया में 8 मार्च को ही महिला दिवस मनाया जाने लगा।
          मजे की बात तो ये है 8 मार्च को ही हमारा शादी का शालगिरह पड़ता है। इस बार होली के बाद हुआ। घर में बहु- बेटा ,बेटी- दामाद, नाती -पोता सब लोग थे तो होली मिलन, शादी का सालगिरह और महिला दिवस सभी एक साथ मन गया। रायपुर की महिलाओं के साथ भी केक काटकर सेलीब्रेट करने का मौका मिला।परिवार मिलन भी होगया।  हँसी खुशी 46 वां साल भी बीत गया।