मंगलवार, 19 जून 2018

SUSPENSION BRIDGE ,LAXMAN JHULA OF CHHATTISGARH

                              LAXMAN JHULA ,MAHADEV GHAT

                                                  लक्छ्मण झूला

        खारुन नदी के  महादेव घाट पर लक्छ्मण झूला बनाया गया है। सस्पेंशन ब्रिज किलोमीटर में बना है। दिन को लोग बाग आकर इस पार से उस पार घूमते है ,और रात को रंगीन लाईट से ब्रिज जगमगा जाता है।  जिसका नजारा देखते ही बनता है।खारुन  नदी रायपुर और दुर्ग जिले के बीच से गुजरती है। जहाँ एक तरफ प्राचीन महादेव का मंदिर है वहीं पुल के दूसरे ओर नदी के किनारे-किनारे कई किलोमीटर तक बहुत ही सुंदर गार्डन बनाया गया है।
    गार्डन भी ऐसा वैसा नहीं ,जहाँ सैकड़ो प्रजाति के पेड़ -पौधे और पुष्प लगा है। वहीं बहुत ही सुन्दर तरीके से हर वर्ग के लोगो को ध्यान में रख कर झूला ,सजावटी मुर्तिया ,ट्रैक सब कुछ किलोमीटर में है। सुबह -शाम गार्डन में घूमने ,खेलने ,दौड़ने सब तरह का मनोरंज का साधन है। गार्डन में कॉफ़ी शॉप भी है।
     नदी में बोटिंग का भी मजा लिया जा सकता है। रायपुर में झूलता  ब्रिज बनने के बाद रविवार की शाम को घूमने और मनोरंजन का एक और अच्छा जगह हो गया है। हमलोगों ने भी बोटिंग किये ब्रिज और गार्डन की सैर करे इस रविवार का अच्छा सदुपयोग हो गया।








गुरुवार, 14 जून 2018

TARO PLANT

                               ARBI  PATTA

                                  कोचई पत्ता

               बरसात के मौसम में कोचई का पौधा हरा भरा रहता है और इसके जड़ (कंद )को भी निकाल कर सब्जी बनाया जाता है।वैसे पत्ता साल भर होता है ,ठण्ड में सुषुप्ता  अवस्था में रहता है और गर्मी से बरसात तक इसका ग्रोथ बहुत ही अच्छा होता है।  हर जगह अलग नाम से जाना जाता है। टारो ,अरबी ,कोचई इत्यादी। वैसे पत्ते के बड़े आकर के कारण हाँथी का कान (ELEPHANTS EAR प्लॉंट )भी बोला जाता है।
     जहाँ अरबी की सब्जी बनाया जाता है ,वहीं इसके पत्ते का पकौड़ा भी बनता है और कढ़ी भी बनता है। चना दाल पीस कर या उड़द दाल पीस कर या फिर बेसन को पत्तों में लगा कर फिर लपेट कर रोल बनाना पड़ता है। फिर या तो स्टीम कर के गोल गोल काटा जाता है या फिर गोल गोल काट कर तलना पड़ता है। तला वाला ऐसे भी कुरकुरा पकौड़ा जैसा खा सकते है या फिर कढ़ी में डाल  कर पका कर खाया जाता है।
  बचपन से बड़े शौक से खाते थे। अभी भी बरसात में नया -नया नरम पत्तों को जरूर बना कर खाते है। बाबा जबर्दस्ती कोचई का पौधा रायपुर लगाने  के लिये दिए थे। बोले इतना बड़ा गार्डन है ले जाओ हमारे पास गुजरात का  स्पेशल पौधा है जो कि खुजलाता भी  नहीं है,बाजार वाला खुजलाने वाला होता है। 25 -30 साल हो गया पौधा लगाए खुब पकाते और खाते है और पत्ता बांटते भी है। गार्डन में घूमते हुए बाबा को याद भी करते है। हरा -भरा सुन्दर -सुंदर देखने में भी अच्छा लगता है।
  सारे मिनरल और विटामीन से भरपूर होने के कारन बहुत उपयोगी भी है। सेहत के लिये फायदेमंद भी है। व्रत में भी अरबी उबाल कर खाया जाता है। जानें अनजाने में एक उपयोगी ,सूंदर पौधा लग ही गया।










रविवार, 10 जून 2018

KING OF FRUITS MANGO

                         फलों का राजा आम
                               बगिया में बहार
                हमारा राष्ट्रीय फल आम मीठा ,रसीला ,गुणवर्धक विटामीन से भरपूर है। हमारे घरों में इसके पत्ते ,लकड़ी इत्यादी पूजा में काम आता है। इसके छाल के चूर्ण तक दवाई बनाने के काम आता है। मजे की बात तो ये है की हजारों साल पहले से भारत में पाया जाता है। पुरे दुनिया में इसे पसंद करा जाता है। इतना उपयोगी होने के कारन ही आम को फलों का राजा बोला जाता है।
     लगाना भी आसान है एक बार आम का पौधा लगाने के बाद पाँच साल में फलने -फूलने लगता है। हमारे गार्डन में भी 2 -2 आम का पेड़ है और जो की 20 साल पुराना हो गया है। साऊथ का पेड़ है नाम तो पता नहीं  पर फल से लदा रहता है। मार्च से जो कच्चा आम झड़ता हे वो अंचार ,चटनी ,पना बनाने के काम आजाता है ,फिर तो मई -जून में पका फल मीठा -मीठा रसीला -रसीला खूब ही खिलाता  है खाते भी है और बांटते भी है।









RIP ( SANTU )

                       RIP      SANTU

                  हमलोगों का सेवक सन्तु
                      (    9 . 6 . 2018  )

          ईमानदार ,मेहनती ,विश्वास योग सेवक चल बसा। देखते -देखते अरुण और अब सन्तु एक -एक कर पुराने सेवक जा रहे है। मार्च में आकर आम के पेड़ में स्प्रे तक कर के गया, आम भी खूब हुआ। बेल का ब्लॉग लिख रहे थे तब भी उसे याद करे की बेल के मौसम में बोरा बोरा बेल लाता था। बस अब तो पुराना बात कर के याद ही कर सकते है। जब से समाचार मिला मन ख़राब हो गया। बगीचे में पिकनिक करते थे तो गोबर का कण्डा बाटी सेकने के लिये तैयार रखता था।
      भगवान सन्तु की आत्मा को शांति प्रदान करे।