LAXMAN JHULA ,MAHADEV GHAT
लक्छ्मण झूला
खारुन नदी के महादेव घाट पर लक्छ्मण झूला बनाया गया है। सस्पेंशन ब्रिज किलोमीटर में बना है। दिन को लोग बाग आकर इस पार से उस पार घूमते है ,और रात को रंगीन लाईट से ब्रिज जगमगा जाता है। जिसका नजारा देखते ही बनता है।खारुन नदी रायपुर और दुर्ग जिले के बीच से गुजरती है। जहाँ एक तरफ प्राचीन महादेव का मंदिर है वहीं पुल के दूसरे ओर नदी के किनारे-किनारे कई किलोमीटर तक बहुत ही सुंदर गार्डन बनाया गया है।
गार्डन भी ऐसा वैसा नहीं ,जहाँ सैकड़ो प्रजाति के पेड़ -पौधे और पुष्प लगा है। वहीं बहुत ही सुन्दर तरीके से हर वर्ग के लोगो को ध्यान में रख कर झूला ,सजावटी मुर्तिया ,ट्रैक सब कुछ किलोमीटर में है। सुबह -शाम गार्डन में घूमने ,खेलने ,दौड़ने सब तरह का मनोरंज का साधन है। गार्डन में कॉफ़ी शॉप भी है।
नदी में बोटिंग का भी मजा लिया जा सकता है। रायपुर में झूलता ब्रिज बनने के बाद रविवार की शाम को घूमने और मनोरंजन का एक और अच्छा जगह हो गया है। हमलोगों ने भी बोटिंग किये ब्रिज और गार्डन की सैर करे इस रविवार का अच्छा सदुपयोग हो गया।
लक्छ्मण झूला
खारुन नदी के महादेव घाट पर लक्छ्मण झूला बनाया गया है। सस्पेंशन ब्रिज किलोमीटर में बना है। दिन को लोग बाग आकर इस पार से उस पार घूमते है ,और रात को रंगीन लाईट से ब्रिज जगमगा जाता है। जिसका नजारा देखते ही बनता है।खारुन नदी रायपुर और दुर्ग जिले के बीच से गुजरती है। जहाँ एक तरफ प्राचीन महादेव का मंदिर है वहीं पुल के दूसरे ओर नदी के किनारे-किनारे कई किलोमीटर तक बहुत ही सुंदर गार्डन बनाया गया है।
गार्डन भी ऐसा वैसा नहीं ,जहाँ सैकड़ो प्रजाति के पेड़ -पौधे और पुष्प लगा है। वहीं बहुत ही सुन्दर तरीके से हर वर्ग के लोगो को ध्यान में रख कर झूला ,सजावटी मुर्तिया ,ट्रैक सब कुछ किलोमीटर में है। सुबह -शाम गार्डन में घूमने ,खेलने ,दौड़ने सब तरह का मनोरंज का साधन है। गार्डन में कॉफ़ी शॉप भी है।
नदी में बोटिंग का भी मजा लिया जा सकता है। रायपुर में झूलता ब्रिज बनने के बाद रविवार की शाम को घूमने और मनोरंजन का एक और अच्छा जगह हो गया है। हमलोगों ने भी बोटिंग किये ब्रिज और गार्डन की सैर करे इस रविवार का अच्छा सदुपयोग हो गया।