शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

HINDI DIVAS

                          हिंदी  दिवस

     गाँधी जी ने वर्ष 1918 में हिंदी साहित्य सम्मलेन में हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने को कहा था,और  इसे जन मानस की भाषा बोला। 14  सितम्बर  1949 को बहुत विचार विमर्श के बाद  हिंदी को ऑफिसियल भाषा की घोषणा की गयी।इसलिए 14 सितम्बर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। गैर हिन्दी भाषी राज्यों में इसका विरोध भी हुआ।  26 जनवरी 1950 से इसे पूर्ण मान्यता से सरकारी कामकाज में लिखा जाने लगा।अंग्रेजी और चाइनीज़ के बाद  हिंदी चौथी बड़ी भाषा है जो की  250 मिलियन लोग बोलते है ,और हिंदी विश्व का चौथा भाषा के रूप में जाना जाता है।
   हिन्दी भाषा पर अंग्रेजी के शब्दों का प्रचलन बहुत ज्यादा हो गया है। अब तो हिन्दी अपने घर में ही दासी के रूप में रहती है। हम जब तक हिन्दी का उपयोग पूरी तरह नहीं करेंगे तब तक हिन्दी भाषा का विकास नहीं हो पायेगा। हिन्दी दिवस में जगह -जगह सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं की और से कार्यक्रम भी रखा जाता है जिसमे जो हिन्दी का कार्य और विकास करता है उसे पुरस्कार दे कर सम्मानित भी किया जाता है।

                                     बाबा का जन्म दिवस

     14 सितम्बर को बाबा का जन्म दिवस है और बाबा एक हिन्दी लेखक भी है।झारखण्ड सरकार की ओर से 2016  में वयोवृद्ध हिन्दी लेखक का सम्मान  बाबा को दिया गया था। वैसे तो अलग -अलग अवसर में बाबा को और भी बहुत सम्मान से सम्मानित किया गया है। हमारे परिवार के लिये बहुत ही गर्व की बात है। उम्र के इस पड़ाव में भी उनका लिखना पढ़ना ऐसे ही चलता रहे ,और हमलोगो को बाबा का आशीर्वाद मिलता रहे। भगवान से यही कामना है।






  

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