गुरुवार, 5 सितंबर 2019

GANESH VISARJAN

                       गणेश प्रतिमा विसर्जन

        भाद्र मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश पूजा प्रारम्भ होता है। महाराष्ट्र में तो इसकी धूम होती है।पंडालों में बड़ी -बड़ी प्रतीमा के अलावा  लोग बाग अपने घरो में गणेश प्रतीमा स्थापित करते है। और अपनी सुभीधा के अनुसार डेढ़ दिन से लेकर 11 वें दिन तक प्रतीमा विसर्जन करते है। महाराष्ट्र के अलावा पुरे भारत में भी धूम धाम से गणेश पूजा होता है और विसर्जन करते है।
     कुन्नूर में भी गणेश पूजा सैकड़ों की तादाद में होता है। यहाँ चौथे दिन विसर्जन किया जाता है। यहाँ विसर्जन बहुत ही सिम्पल ,शोवरऔर डिसिप्लिन तरीके से करते है। पुरे नीलगिरी डिस्ट्रीक्ट के गणेश प्रतीमा को हमारे घर के पास सिम्स पार्क के गेट में सुबह 10 -11 बजे से ही लाईन से लाते जाते है। दोपहर 3 बजे तक सारे गणेश प्रतीमा जमा हो जाता है। जैसे बंगाल में खिचड़ी का प्रसाद दुर्गा पूजा में दिया जाता है वैसे ही यहाँ बिरयानी बनता है और सारे गणेश वालों को दोपहर लंच में दिया जाता है। हजारो की संख्या में गणेश विसर्जन वाले हो जाते है।
   तीन बजे दोपहर के बाद लाईन से सारे गणेश प्रतीमा को ढोल  ,गाजा,बाजा के साथ विसर्जन के लिये ले जाते है।अपने दरवाजे से गुजरता है बहुत ही रौनक हो जाता है। एक लाईन से जाने के कारण ट्रैफिक भी जाम नहीं होता है। जब की मैसूर हाईवे है, पर  पब्लिक को कोई भी असुभीधा नहीं हो इसका ध्यान रखा जाता है।







         

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