INDIAN CLOCK VINE
पता नहीं इस पौधे को घड़ी बेल क्यों बोला जाता है। वैसे स्पेन इसका मूल स्थान है और ये ठंड़े जगह में ही पाया जाता है। मैसूर से इसका नाम थुनबेर्गिए म्य्सोरेंसिस भी बोला जाता है। सिकिम ,नेपाल आदि ठंड़े जगह में बहुत होता है। वैसे ये सदा बहार बेल है। बरसात से ठंड तक इसमें बहुत फूल होता है। छोटा -छोटा गुच्छे में लटकता रहता है। थोड़ा पीला ,कथई . भूरा लाल रंग का फूल होता है। छोटी चिड़यों को अपनी ओर आकर्षीत करता है। चिड़ियाँ फूलों का रस बड़े मजे में पीती है। फूल के आकर के कारण डॉल शू भी बोला जाता है। कुन्नूर का मौसम ठंडा होने के कारण यहाँ भी फलता फूलता है और इसका पौधा नर्सरी में आसानी से मिल जाता है। देखने में सुन्दर ओर सेवा भी नहीं थोड़ा पानी ,खाद और थोड़ा शेड ,बस फूल ही फूल।
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