नीलाकुरिंजी फूल
नाम से ही लगता है की कोई नीला फूल होगा।कुरिंजी का फूल वेस्टन घाट के ढलान वाले ग्रास लैंड में हर 12 साल में खिलता है। इसका फूल ब्राईट ब्लू वेल शेप में होता है जब फूल खिलता है तो पुरे घाटी का रंग नीला हो जाता है ,इसलिए कुन्नूर का नाम नीलगिरी पड़ा है। कुन्नूर ,कोडईकनाल ,मुन्नार आदि घाट वाले जगह में कुरिंजी होता है। एक बार जिस घाट के पौधे में फूल हो तो फिर 12 साल बाद ही दुबारा खिलेगा।
2006 में कोडईकनाल में दिखा था,
2012 में कुन्नूर में दिखा था ,अब
2018 में मुन्नार में उम्मीद किया जा रहा है।
कुन्नूर का कुरंजी तो हमलोगों को भी देखने मिला था। ऊंटी से भी आगे घाट में जा कर कुरिंजी का नजारा देख पाये थे। आज कल कुन्नूर के नर्सरी में १० रुपया में एक पौधा मिलता है। लॉन के किनारे लाईन से लगाने पर बहुत ही सुन्दर दिखता है। हम भी लाईन से 10 पौधा लगा दिए है ,अब फूल जब होगा तब होगा। पौधा भी बड़ा सुंदर दिखता है, हल्का नीला हरा लिये हुए।लॉन में हेज जैसा दिखता है। अभी तो बहुत ही छोटा पौधा है ,10 फ़ीट तक हाईट वाला झाड़ी नुमा पौधा जब तैयार होगा तो 12 साल बाद इसमें फूल देखने मिलेगा। अभी लॉन में पौधा का मजा ले रहे हैं ,फिर फूल का लेलेंगे।
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