गुरुवार, 6 जुलाई 2017

HYDRANGEA

                                                     HYDRANGEA

                                                          हाइड्रेंजिया 


                       हाइड्रेंजिया फूल के पौधे को नेचर का गुलदस्ता बोलना ज्यादा उचित होगा। यह एक बहुत ही सुन्दर फूल है ,जो बड़े -बड़े गुच्छों में होता है। हर गुच्छे में छोटे -छोटे सैकड़ों फूलऔर कलियाँ होती हैं जिससे गुलदस्ता का रूप ले लेता है। एक गुच्छा महीनों खिला रहता है। नया फूल कुछ फीके रंग का होता है और जैसे -जैसे पुराना होता है रंग बदलते जाता है।बरसात से थंड तक फूल खिलते रहता है। पानी काम डालना होता है। फूल होने के बाद छटाई करते रहने पर गुलदस्ता जैसा शेप बना रहता है।  
        जमीन की मिट्टी के अनुसार फूल का रंग बदलता है। मिट्टी में अलुमिनयम हो तो जरा नीला रंग फूल का हो जाता है। इसके पौधे छोटे होते है क्यारी में लाईन से लगाने पर बड़ा ही अच्छा लगता है। बैगनी ,सफ़ेद ,नीला ,गुलाबी अलग -अलग रंग बदलते जाता है जो देखने पर अच्छा  लगता है।
                       पहले   चीन और जापान में ही होता था। पर अब एशिया ,यूरोप ,अमेरिका में भी लगाया जाता है।इस पौधे को ज्यादा धूप और गर्मी तथा ज्यादा ठण्ड दोनों ही नहीं चाहिए। पुर्तगाल के पास के द्वीप में जिधर भी नजर जाये उधर ही इसके पौधे दिखेंगे जो हल्के नीले फूलों से भरा रहता है इसी कारण इस द्वीप को नील द्वीप कहा जाता है।कुन्नूर का मौसम बड़ा अच्छा रहता है इसलिये यहाँ भी खूब फूल खिलता है। रायपुर में बहुत गर्मी होने के कारन नहीं हो पाता  है कोशीश तो किये है जब लग जाये और फूल खिले तो मेहनत  सफल होगा। 







   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें