DUCK FLOWER
भरपूर सनलाइट ,कम पानी और ज्यादा सेवा भी नहीं करना पड़ता है। तेजी से वेल बढ़ता जाता है। गुच्छों में फूल लटकता है देखकर दिल खुश हो जाये। बाबा फूलों के शौकीन है बस कभी भी कहीं से कोई नया पौधा मिला तो मेरे लिये भी रखते है और देते है। बाबा का एक मित्र बाबा को राँची से लाकर 10- 15 साल पहले डक फ्लॉवर का पौधा दिया था ,बाबा टाटा में लगाये वहाँ का मौसम शूट किया खूब फूल खिलता था वेल भी खूब तेजी से बड़ा। बरसात में छोटा -छोटा नया पौधा नीचे से निकला फिर क्या था बाबा हमको भी दिए। हम रायपुर में लगा दिए यहाँ भी खूब तेजी से पौधा बड़ा और फला -फुलाहमारे लिये नया टाईप का फूल था।
कुन्नूर में जहाँ जाओ यहाँ पर भी इसका पौधा देखने मिला फूल का साईज भी थोड़ा बड़ा ही था। यहाँ का मौसम भी इसे शूट किया। बस किया था नर्सरी से एक पौधा लाकर लगा दिए। अभी तो पौधा छोटा सा है पर जब अगली बार आएंगे तो फूलों का बहार देखने मिलेगा।
नाम से ही लगता है की बत्तख जैसा कोई फूल है जो की चोंच हिला रहा है। वैसे तो बोलचाल की भाषा में डक फ्लावर बोला जाता है। पर इसकी उत्पत्ती ब्राजील की है। और इसे डचमैन सिगार भी इसके शेप के कारण बोला जाता है। जो हो फूल कथई नीला जैसा होता है और 30 डिग्री तापमान में भी गर्मी से बरसात तक गुच्छे में पुरे बेल में खिलता है।
भरपूर सनलाइट ,कम पानी और ज्यादा सेवा भी नहीं करना पड़ता है। तेजी से वेल बढ़ता जाता है। गुच्छों में फूल लटकता है देखकर दिल खुश हो जाये। बाबा फूलों के शौकीन है बस कभी भी कहीं से कोई नया पौधा मिला तो मेरे लिये भी रखते है और देते है। बाबा का एक मित्र बाबा को राँची से लाकर 10- 15 साल पहले डक फ्लॉवर का पौधा दिया था ,बाबा टाटा में लगाये वहाँ का मौसम शूट किया खूब फूल खिलता था वेल भी खूब तेजी से बड़ा। बरसात में छोटा -छोटा नया पौधा नीचे से निकला फिर क्या था बाबा हमको भी दिए। हम रायपुर में लगा दिए यहाँ भी खूब तेजी से पौधा बड़ा और फला -फुलाहमारे लिये नया टाईप का फूल था।
कुन्नूर में जहाँ जाओ यहाँ पर भी इसका पौधा देखने मिला फूल का साईज भी थोड़ा बड़ा ही था। यहाँ का मौसम भी इसे शूट किया। बस किया था नर्सरी से एक पौधा लाकर लगा दिए। अभी तो पौधा छोटा सा है पर जब अगली बार आएंगे तो फूलों का बहार देखने मिलेगा।
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