SANTA MONICA ( L A )
विदाई की घड़ी
सोमवार की सुबह जल्दी से नाश्ता करके हमलोग तैयार हो गए। वैसे तो दोपहर 3 बजे का फ्लाईट था और 12 बजे दीन तक पोर्ट पहुँचाना था। पर भैया बोले इतने कम समय में ज्यादा तो कुछ नहीं घुमा सके चलो
तुमलोग को यहाँ का एक और बेहतरीन जगह घुमाते हुए पोर्ट ले जाते है, 3 -4 घंटे का समय है लॉन्ग रूट से पोर्ट चलते हैं।
हमलोग सुबह 8 बजे निकल गए। भैया वर्ल्ड फेमस बीच सांता मोनिका ले गये। पेसेफिक ओसन के किनारे -किनारे सीन -सिनारी ,समुंदर और समुन्दर में शील वगैरा नजदीक से देखते हुये बढ़ते गये। एक तरफ समुन्दर तो दूसरी तरफ पहाड़,पहाड़ के ऊपर एक से एक बड़ा और सुंदर घर जो यहाँ के हौलिवुड के कलाकार ,मिलेनियर ,विलेनीयर लोगों का था। हाईफाई मॉल ,यूनीवरसीटी जिसमें दाखीला मिलना बहुत ही मुश्किल और बहुत ही महँगा।
सांता मोनिका बीच में भी काफी भीड़ और चहल -पहल था ,टूरिस्ट लोग बहुत आते हैं यहाँ एम्यूनसमेंट पार्क भी था तो बच्चों का भीड़ होना स्वभाविक था। कोई मछली पकड़ रहा है ,कोई दौड़ रहा है ,कोई घूम रहा है। सब तरह का मनोरंजन का साधन था।
वास्तव में लॉन्ग रूट से नहीं आते तो ये सब देख नहीं पाते। घूमते -घुमाते ,खाते -पीते हमलोग पोर्ट के लिये निकल पड़े। ढेर सारी खट्टी -मीठी यादें सजों कर अब USA से जाने का समय हो गया था। हमारा लास्ट स्टॉप तो सबसे ज्यादा यादगार रहेगा ,भैया से बचपन की शैतानी ,मस्ती ,एक -एक बात ,सब भाई -बहन के बारे में जानकारी ,क्या बात हमलोग इतने कम समय में नहीं कियेहोंगे । भईया -भाभी से विदा लेकर भारी मन से पोर्ट के अंदर हमलोग चले गये। हमारा एक महीना का सफर यहीं समाप्त हो गया।
क्रमशः
क्रमशः
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