शुक्रवार, 19 अगस्त 2016

RAMESWARAM

                                                  RAMESWARAM                                                  (   दूसरा धाम   )

                                                          रामेश्वरम  धाम      

          उत्तर के बाद दक्खीन में रामेशवरम धाम में गंगा जल से शिवलींग का पूजा अर्चना करते है। ये एक धाम के अलावा ज्योतिर्लिङ्ग भी है। भगवान राम द्वारा स्थापित है। यहाँ आने पर  समुन्दर का भी दर्शन हो जाता है।और सॉउथ के कई तीर्थ स्थल जैसे मदुरई ,कन्याकुमारी वगैरा भी देखना हो जाता है।
             वैसे साऊथ में बहुत सारे तीर्थ स्थल है पर अभी रामेश्वरम  के बारे में ही बताते हैं। यहाँ आने केलिए रामसेतु से गुजरना तो पड़ता ही है पर समुन्दर में राम जी द्वारा सेतु बना थाउसे भी देखने का मौका मिला। , पहले तो समझ नहीं आता था की कैसे पत्थर से तैरता हुआ पुल  बना होगा।पर जब समुन्दर के बीच में बोट से गए और नाविक बड़ा -बड़ा तैरता हुआ मूंगा पत्थर दिखाया तब विशवास हुआ की सचमुच पुल बना होगा। पानी में उतर कर तरह -तरह का जलचर भी देखने मिला। 
     रामेश्वरम में मंदिर और सागर तो है ही उसके अलावा मंदिर के पास कलाम जी का घर भी है उनके भाई का परिवार रहता है। कलाम  जी तो अब नहीं रहें पर उनके भाई  एकदम उनके जैसा दिखते है और एकदम सादा  रहन सहन.वहीं एक दुकान है जिसमें  पूजा का सामग्री मिलता है और तीर्थ यात्री आते हाँ और सामान भी खरीद कर घर ले जाते है और उनके साथ फोटो भी खींचवाते है। हमलोग भी शंख वगैरा लिये और  उनके साथ फोटो खीचवायें।




                                                                                          

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें