गुरुवार, 21 फ़रवरी 2019

SHEIKH ZAYED GRAND MOSQUE

                            शेख ज़ायेद मस्जिद

                आबू धाबी आयें और वहां का वर्ल्ड फेमस मस्जिद ना देखे तब तक अबू धाबी का टूर कम्प्लीट नहीं होगा। वहाँ  के शेख ने एक बहुत ही बड़ा और शानदार मस्जिद बनवाया है । मस्जिद 2007 में बनकर तैयार हुआ। करीब 30 एकर में सुन्दर लैंड स्केप के बीच में  मस्जिद बना हुआ है। मस्जिद 950 फ़ीट चौड़ा है इसमें 82 डोम है एक एक डॉम 279 फ़ीट लम्बा और 106 फ़ीट गोलाई लिये हुए है। मस्जिद का प्रेयर हॉल का डाइरेक्शन इस एंगल में है जैसे मक्का और काबा में है।साल भर टूरिस्ट यहाँ आते है। ईद और रमजान के नमाज के समय टूरिस्टों के लिये मस्जिद बंद करा जाता है, उस समय करीब चालीस हजार लोग नमाज अदा करते है।
      मस्जिद की बनावट पर्सियन और मुग़ल शैली में बनी हुई है। मस्जिद मार्बल ,गोल्ड ,स्टोन ,क्रिस्टल्स इत्यादी से बना है जो की सारी दुनिया से मँगवाया गया था और इंडिया से भी। इस मस्जिद के  प्रेयर हॉल में एक विशाल कालीन बिछा है जो की एक पीस में ही है उसकी कारीगरी भी देखते बनती है।पुरे प्रेयर हॉल में एक से बढ़कर एक झूमर भी है जिसे देखते ही रह जाओ। वैसे जगह -जगह गुम्बद में सोने के पत्र लगे हुए है पर मस्जिद के शिखर वाले गुम्बद के ऊपर सोने का  पत्र नहीं सॉलिड सोना है।
   यह है तो बहुत ही बड़ा और बढीया और 2 -3 घंटा घूमते देखते लग ही जाता है. पर कोई टिकट भी नहीं है ,और सीनीयर सिटीजन के लिये बैटरी कार घूमते रहता है जो की कैम्पस से पिक और ड्राप करता है। यहाँ ड्रेस कोड  जरूर है। खास कर महिलाओ को सर से पैर तक कवर कर के ही अंदर जाना होता है। जिसका खुला ड्रेस हो उसे बुरका मिलता है। हमारा तो सदा बहार साड़ी था कोइ प्रॉब्लम नहीं हुआ सिर्फ साल से सिर डांक लिये हो गया।
  यहाँ के लेट शेख ने बहुत ही चाव से मस्जिद  बनवाया था पर उनके गुजर जाने के बाद उनका बेटा प्रेजेंट खलीफा ने पूरा किया। शेख ज़ायेद को यहाँ फादर ऑफ़ नेशन मानते है। उन्होंने अपने देश और देश की जनता के लिये बहुत काम किया है।पर वे एक दिन भी इस शानदार मस्जिद में नवाज नहीं पढ़ पाए।



       

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