सोमवार, 19 अक्तूबर 2015

RUSSIA AND BELARUS

MON,19 OCT
                                                        रूस और बेलारूस की सैर 
         इस बार करीब 15 -20 दिन तक बस का सफर रहा। सेंटपीटर्सबर्ग से हमारा रूस का सफर शुरू हुआ। पहले इस शहर  का नामलेनिन के नाम पर  लेनिनग्राद था और रूस की राजधानी था। बाद में पीटर दी ग्रेट के नाम पर सेंटपीटर्सबर्ग पड़ा।स्वीडन के पास नेवा नदी के किनारे बसा है। यहाँ समर पैलेस और विंटर पैलेस है। पैलेस क्या सिर्फ सोना ही सोना पुरे महल में सोना का नक्काशी और कारीगरी देखते ही बनता है। हमारा देश कभी सोने की चिड़ियाँ कहलाता था जिसे लूटेरों ने लूट कर अपने देश ले गए पर रूस में सोना का महल हो कैथेड्रल हो म्यूजियम हो अभी भी सुरखचित है। बहुत ही सुन्दर शहर ,यहाँ का विश्व प्रसिद सर्कस ,कल्चरल प्रोग्राम सब ही बहुत अछा था। अब हम आगे रूस के दूसरे शहरो को देखने निकल पड़े।
मास्को -रूस की राजधानी मास्को अति सुन्दर ,यहाँ का लाल चौक (रेड स्क्वेर )अईसे  ही विश्व प्रशिद्ध नहीं है चौक के चारो और महल कैथेड्रल ,फवारे ,होटल ,रेस्टुरेन्ट सब है। मास्को में मेट्रो में घूमने और देखने का अलग ही अनुभव हुआ। पहले लन्दन का मेट्रो देख कर लगता था की वाह  कैसे बना होगा।
मास्को मेट्रो की कुछ रोचक बातें मेन पाँच  स्टेशन मयकावस्काया ,बेलारुस्क्या ,कोम्सोमोल्स्कय ,कुरस्कया और प्लोषड रेवोलूूटिस इत्यादी स्टेसनो जितना लिखा जाये काम होगा। सेकेण्ड वर्ल्ड वॉर के समय का बना हुआ है। ग्रेनाइट ,मार्वल मजाक से तो बना ही है इसके अलावा वर्ल्ड वार में मारे गए सैनिको के सामान में मुर्तिया ,उनके परिवार की महिलाओं के काम ,कशीदा कारी ,हर  प्रकार का चित्र तथा मूर्तियां उकेरा गया है जो कबीले तारीफ है।मास्को घूमते हुए हम रूस के दूसरे शहर स्मोलिंकस पहुंचे। 
स्मोलिंकस भी किसीसे काम नहीं निकला यहाँ पर जुईशों का 1524 में बनबाने ऑर्थोडॉक्स चर्च सोने का गुम्बज वाला देखने मिला। यहाँ मेडिकल की पढ़ाई करने विश्व से बच्चे आतें हैं भारत से भी काफी बच्चे पढ़ने आते हैं। 
अब हम रूस के पड़ोसी देश बेलारूस पहुंच गए। ये भी कुछ कम नहीं था। वर्ल्ड वॉर में पुरी तरह तबाह हो गया था इसे फिर से बनाया और बसाया गया जो की पहले से भी बहुत खुबसूरत बना ,बेलारूस के दूसरे शहरों को घुमते हुए हम ब्रेस्ट शहर जो की पोलैंड वार्डर के करीब है जहाँ हमारा टूर खत्म हुआ। 
हर जगह गार्डन ,महल ,चर्च और कैथेड्रल देख केर दिल खुश हो गया ये भी बहुत यादगार टूर रहा। 









    

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