गुरुवार, 27 अगस्त 2015

ONAM FESTIVAL

THU,27 AUG

                                                              केरल का ओणम 

     केरल दक्षिण भारत का एक बहुत ही हरा -भरा प्रक्रिति से सम्र्रद राज्य है। अधिकांश भाग में साल भर हरियाली रहती है। सभी ओर नारियल के पेड़ दिखते हैं। अनेक तरह के मसाले जड़ी बूटीयाँ यहाँ उगाये जाते हैं। रबड़ और कई तरह के केले यहाँ होते हैं। यहाँ के लोग मलयाली होते है। मल्यालीयों का सबसे बड़ा त्यौहार ओणम होता है। ओणम ऑगस्त से सितम्बर महीने में होता है। 
      ओणम के अवसर में पूरे घर और शहर को सजाते हैं। हर जगह चौक चौराहा में खुब बड़ा बड़ा सुन्दर सुन्दर फूल से रंगोली बनाते हैं। ओणम में तरह तरह के पकवान बनाते हैं केले ,गुड से और कई तरह के खीर बनाते हैं जिसे पायसम बोलते हैं। बाघ नाच ,और हंथीयों का विशेष पूजा कर पकवान खिलाना। एल्लेपी में स्नेक बोट रेस होता है जिसे नेहरू जी ने शुरू करवाया था। और जो दल जीतता है उस दल को नेहरू ट्रोफी दीयाजाता है। 
   ओणम के बारे में एक कहानी ये भी प्रचलित है की केरल का राजा महाबली काफी लोकप्रिय थे एकबार वह यज्ञ कर रहे थे उनके यज्ञ को भंग करने भगवान बिष्णु वामन रूप लेकर आये और राजा से पूरा राज दान में लेलीये। राजा ने बरदान माँगा की साल में एक बार आकर अपने प्रजा का हाल चाल देख कर जायेंगे। तब से हर  साल लोग अपने घर और मंदिर को सजाते है और पकवान बना कर अपने राजा के आने का स्वागत करते हैं ,और इस तरह ओणम का त्यौहार हर साल  मनाया जाता है।



 हमको भी दो तीन बार ओणम में केरल जाने का मौका मिला ,बोट रेस देखने और पायसम (खीर )खाने का मौका मिला। 

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