WED,5AUG
जन्म दिन आया
जन्म दिन फिर आगया ,हर साल की तरह इस बार भी आही गया अब इस उम्र में क्या जन्म दिन क्या सादा दिन हर साल की तरह फिर आया। वही रूटीन खाओ पीओ घुमो बस यही ,कुछ खास करने का नहीं। पढ़ने ,लिखने और गार्डनिग का शौक है बस यही सब चलते रहता है।
उम्र के इस पड़ाव में और क्या। दोनों कुल में नाम ,इज्जत ,मान -सम्मान सब है और क्या चाहिए भरा पूरा घर और सुन्दर परिवार भगवान का लाख -लाख शुक्रिया ये सब देने का। अपने बचपन को जरूर याद कर ही लेते है।
हम तब और अब
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