सोमवार, 17 जून 2019

DUDH MOGRA

                          दूध मोगरा
                                  पूजा के फूल

        दूध मोगरा का पौधा 6-7  फ़ीट ऊँचा एक बारामासी सफ़ेद फूल का पौधा है। करीब -करीब पुरे भारत और एशिया में पाया जाता है। इसके ठंठल ,फूल और पत्ती तोड़ने से दूध निकलता है और फूल भी सफ़ेद होने के कारन इसका नाम दूध मोगरा पड़ा होगा। वैसे अलग -अलग प्रान्त में इसका नाम भी अलग है। तगर ,चांदनी ,नन्दी वर्धनं इत्यादी नामो से जाना जाता है।
   बारोमास फूल  होने के कारन पूजा में इसका फूल उपयोग किया जाता है इसलिए इसे पूजा के फूल नाम से भी जाना जाता है। रोज रात को पुरे पौधे में सफ़ेद मोती जैसा कली दीखता है और सुबह सफ़ेद फूलों से भर जाता है । बरसात में इसकी छटा देखते ही बनती है।
  वैसे डबल पंखुड़ी और सिंगल पंखुड़ी दोनों तरह का फूल होता है. सिंगल वाला सदाबहार होता है। डबल वाला कम मात्रा में होता है पर सिंगल जैसा रोज खिलना और रोज झड़ता नहीं है एक बार खिलने के बाद 4 -6 दिन पेड़ में लगा रहता है।सिंगल में 5 पंखुड़ी वाला फूल होता है। और डबल में गुच्छे में फूल होता है। आजकल हाईब्रिड पौधा भी मिलता है।जो छोटा होता है इसलिए इसे क्यारी में लाईन से भी लगाया जाता है। फूल भी खूब होता है। टाइम -टाइम से पौधे को कांट छाट  करते रहना चाहिए जिससे शेप अच्छा रहता है। इसे लगाना भी आसान है। बरसात में कटींग आराम से लग जाता है।अब बरसात आ ही रहा है फिर से पौधा का रौनक आजायेगा।





 

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