SPICE GARDEN MAWANELLA
मसाले का बाग
रामबोड़ा से वापस कैंडी की ओर बढ़ चले। कैंडी से आगे मवानेल्ला गावँ पहुँचे। यहाँ मसाले का बाग देखने मिला एकदम केरल के थेकड़ी के जैसा। हजारो प्रकार के वनस्पति ,औषधी गुणों वाला पौधा ,मसाला ,कोकोबीन ,एलोवीरा ,वेनीला वगैरा का पौधा देखने मिला। वैसे ऐसा मसालों का गार्डन केरल में देखे और खरीदे भी थे ,पर यहाँ एक नया चीज देखने और समझ ने मिला।
अभी तक नारियल दो प्रकार का देखे थे ऑरेंज रंग और हरा। कोई भी नारियल का पानी पीओ या चटनी वगैरा के काम में लेलो यही जानते थे। यहाँ पर 3 -4 प्रकार का नारियल का पेड़ देखने मिला और उसके उपयोग का पता चला। यहाँ तक छिलके को भी क्यारी में ईंट जैसा लाईन से रखे थे ये भी नया सिखने मिला।
1 ऑरेंज रंग- -किंग नारियल--पानी पीने केलिए ,
2 लाल नारियल --दवाई बनाने के काम आता,
3 हरा नारियल --चटनी मसाले के लिये ,
4 हरा -पीला --- कुकिंग तेल के लिये ,
इतने प्रकार के मसाले वगैरा होने के कारन से ही इतना छोटा एक टापू होने पर भी जल मार्ग से सैकड़ों सालों से विदेशी व्यापारी श्री लंका व्यापर करने आते थे। ये सब देख कर ही पता चला ,नहीं तो अभी तक सीलोन टी के लिये फेमस है यही पता था। मसाला बागान देख कर आगे के सफर के लिये चल पड़ें।
क्रमशः
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