KANDE VIHARE TEMPLE
कांदे विहार टेम्पल
बेन्टोटा घूमते हुए हमलोग कोलम्बो की ओर बढ़ गये। कोलम्बो के पहले पहाड़ के ऊपर बुद्ध का 160 फ़ीट ऊँचा कमल के फूल के ऊपर ध्यान मगन में बैठे बुद्ध प्रतीमा देखने मिला। जो की बहुत दूर से दीखता है। मूर्ती के नीचे प्रकोष्ठ बना हुआ है। जिसमे बुद्ध की प्रतिमा तो है ही साथ ही चैम्बर के दीवार में भगवान बुद्ध की पूरी जीवनी उकेरी गयी है। जिसे देख कर बचपन में पढ़ी पूरी कहानी याद आ गई।
कांदे विहार में बुद्ध मूर्ती के अलावा 300 साल पुराना बोधी ट्री भी है। यहाँ बुद्ध भिक्छुओं को शिक्छा दिया जाता है। पहाड़ को कांदे बोला जाता है और मठ को विहार, इसलिए कांदे विहार नाम पड़ा है। कांदे विहार घूम कर हमलोग कोलम्बो की ओर बढ़ गए।
एकदम पहाड़ से नीचे समुन्दर किनारा और फिर बेन्टोटा घूमते राजधानी कोलम्बो की ओर बढ़ गये।
क्रमशः
एकदम पहाड़ से नीचे समुन्दर किनारा और फिर बेन्टोटा घूमते राजधानी कोलम्बो की ओर बढ़ गये।
क्रमशः
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