शुक्रवार, 18 अगस्त 2017

A VISIT TO SRI LANKA #TRAVEL #LANKA #RAMAYANA

                                                        श्री लंका की सैर 

             भूमिका :

                                 दूरदर्शन में  4 -6 साल पहले श्री लंका और वहाँ पर रामायण से जुड़ी बहुत सी जानकारी देखने मिला। तब  से ही श्री लंका घूमने का मन में ख्याल आता था। राजेश का चाय के काम से श्री लंका आना जाना होता ही रहता है। पर संजोग ही नहीं बैठता था। इस साल श्री लंका सीलोन टी का 150 वां साल धूम -धाम से मना रहा है। पुरे दुनिया के चाय व्यापारी ,ब्रोकर ,ट्रेडर का सम्मेलन रखा गया था। राजेश बोला मम्मी अच्छा मौका है हम तो जा ही रहे है आप और पापा भी चलिए आपलोग रामायण टूर कर लीजियेगा और हम अपना सम्मेलन अटैंड कर लेंगे। बस क्या था ऐसा मौका कौन छोड़े हमलोग भी राजेश के साथ श्री लंका टूर पर चल पड़े। 
         दक्षीण एशिया में हिन्द महासागर के उत्तरी भूभाग में अश्रु बिंदु जैसा छोटा सा द्वीप श्री लंका स्थित है। लंका में अलग -अलग काल  और समय में भारत जैसा ही व्यापार करने पुर्तगीज ,डच और ब्रिटिश आये थे। जिसका छाप यहाँ के आर्किटेचरी ,मोनोमेंट ,कल्चर वगैरा में दिखता है। भारत जैसा ही भारत के बाद यहाँ भीअंग्रेजों से  आजादी मिली। पहले कैंडी यहाँ की राजधानी थी बाद में कोलम्बो राजधानी हुआ। 1972 तक सीलोन नाम था ,बाद में लंका पड़ा और फिर 1978 में श्री लंका नाम से जाना जाता है। 
                       जबतक लंका नहीं गये थे तब तक सिर्फ यही जानते थे की लंका माने रावण की सोने की नगरी और यहाँ सीता के लिए राम -रावण युद्ध हुआ था  तथा हनुमान ने सोने की लंका को जला डाला था। लंका के लोग सिहंली है और बौद्ध धर्म अपना लिये है। यहाँ हर चौक चौराहा में छोटा -बड़ा बुद्ध मूर्ती और मंदिर दिख जायेगा। पूरा देश ही बुद्धमय दीखता है। यहाँ के लोग 99 %शिक्छित हैं। 50 %सिहंलि ,30 %भारतीय और 10 -10 %क्रिश्चीयन और मुस्लिम हैं।  
       यहाँ के लोग सिम्पल ,सीधे-साधे  ,पढ़े -लिखे ,व्यवहार कुशल और साफ -सफाई वाले हैं। पुरे देश में गंदगी का नामोनिशान नहीं है। चारो तरफ हरियाली ,ऊँचे -ऊँचे सैकड़ों साल पुराना पेड़ ,देश की सुंदरता बढ़ाने के लिये काफी है। वास्तव में जब तक बाहर जा कर देखें नहीं तबतक समझ नहीं आता है। बहुत ही सुन्दर छोटा सा देश श्री लंका लगा।                                                                                                               
                                                                                                                                       क्रमशः 








  

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