गुरुवार, 19 जुलाई 2018

SHAMI PLANT

                         शमी का पेड़

      शमी रेगिस्तान में पाया जाने वाला एक बहुत ही उपयोगी पेड़ हे। जहाँ रेगिस्तान में तेज धूप और गर्मी में छाँव देने का काम करता है वहीं इसके फूल और फल को खाया जाता है इसका फल फल्ली जैसा होता है और उसे सूखा कर राजस्थान में इसकी सब्जी बनती है जिसे सांगड़ी बोला जाता है।
              हिन्दू धर्म में भी इसका बहुत महत्त्व है। माना जाता है की अज्ञात वास के दौरान अर्जुन ने अपना गांडीव धनुष इसी पेड़ में छुपाया था। इस पेड़ में लक्ष्मी और शनि का वास भी बोला जाता है इसलिए घरों में शमी का पौधा लगाते है और पूजा किया जाता है। इस पेड़ का छाल हवन में भी उपयोग किया जाता है। शमी के फूल ,फल ,पत्ते सभी दवाई बनाने के काम में भी आता  है।
     शमी का फूल भी कुछ कम नहीं है। देखने में बॉटल ब्रश जैसा पीला -गुलाबी लिये होता है। पर साल में एक बार ही होता है,और सब का मन मोह लेता है। रायपुर भी गर्म प्रदेश होने के कारण यहाँ भी इसका पेड़ अच्छी तरह फलता फूलता है। बरसात में थोड़ा कटाई -छटाई कर देने पर पौधा तो सुन्दर दिखता ही है ,और फिर ठण्ड के दिनों में फूल का बहार हो जाता है। मेरा शमी का पौधा दो ही साल का हरा भरा है पर फूल अभी तक नहीं आया ,शायद अगले साल से फूल आने लगे। फूल के लालच में लगा तो दिए है देखे कब फूल का दर्शन होता है।




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