रविवार, 8 जुलाई 2018

MAHALAKSHMI TEMPLE

                     महालक्ष्मी मंदिर

     मुंबई का एक और प्राचीन मंदिर ये भी 18 वीं सदी का बना हुआ है। समुन्दर के किनारे बहुत ही भव्य ,विशाल महालक्ष्मी जी का मंदिर है। मान्यता है की मंदिर के अंदर जो मुर्तिया है वह समुन्द्र से प्राप्त हुआ था। मंदिर में महालक्ष्छ्मी ,महाकाली और महासरस्वती जी की प्रतिमाएं है। प्रतीमा सोने और मोतीओं के आभूषणों से सुसज्जित है।लक्ष्मी जी शेर की सवारी में है।  मंदिर के मुख्य द्वार पर सुन्दर नक्काशी की गई है। मंदिर के प्रांगन में देवी -देवताओं की आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित है।
      इस बार मुंबई जाना सफल हुआ। महालक्ष्मी और सिद्धिविनायक दोनों मंदिर जाने और दर्शन करने का मौका मिल ही गया। मन प्रसन्न हुआ ,दिल खुश हुआ।अब मान्यता जो हो मंदिर भव्य है ,मूर्तियां देख कर आदमी नतमस्तक हो ही जाता है। मजे की बात तो ये है की इतने सालों तक  मंदिर गए नहीं और जब दर्शन को पहुंचे तो याद आया अरे आज तो राजेश का शादी का सालगिरह है।  लगा चलो शुभ दिन में एक शुभ काम तो हुआ। देवी माँ बच्चों का भला करे ,खूब आगे बड़े तरक्की करे,स्वस्थ रहे  और क्या चाहिए।



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