UZHAVAR SANTHAI (SANDAIS)
किसान बजार
तमिलनाडु सरकार का वेजटेबल मार्केटिंग स्कीम पुरे तमिलनाडु के हर प्रान्त में है।इसे किसान बजार (उजहवार सन्थाई) बोला जाता है। वैसे इसकी शुरुआत 1999 में मदुरई से शुरू हुआ था फिर 2011 तक करीब -करीब पुरे तमिलनाडु में किसान बजार हो गया।
इस बजार में किसान डायरेक्ट अपना ताजा -ताजा मॉल लाता है कोई भी बिचोलीया नहीं होता है और सरकारी फिक्स रेट होता है। नहीं तो आम बाजार में किसान को तो कोई फायदा नहीं हो पाता है बिचोलीया ,होलसेलर ,चिल्हर मार्केट होते हुए आम पब्लिक को चार गुना रेट देना पड़ता है। ना तो किसान और ना तो आम पब्लिक को फायदा होता था।
कुन्नूर मे भी किसान बाजार शहर के बिचो बीच घने जंगल के बीच में है। साफ -सुथरा ताजा -ताजा खेत का फल -सब्जी सरकारी उचित मूल्य में तौल भी एकदम सही मिलता है। किसान को भी फायदा और आम पब्लिक को भी फायदा।बाजार से लोवर कुन्नूर का दृश्य भी बहुत अच्छा दिखता है।रोज ही बाजार लगता है कोई साप्ताहिक बाजार भी नहीं है।जब मन हो सुबह मंडी से ताजा सब्जी -भाजी लाओ और बनाओ।
किसान बजार
तमिलनाडु सरकार का वेजटेबल मार्केटिंग स्कीम पुरे तमिलनाडु के हर प्रान्त में है।इसे किसान बजार (उजहवार सन्थाई) बोला जाता है। वैसे इसकी शुरुआत 1999 में मदुरई से शुरू हुआ था फिर 2011 तक करीब -करीब पुरे तमिलनाडु में किसान बजार हो गया।
इस बजार में किसान डायरेक्ट अपना ताजा -ताजा मॉल लाता है कोई भी बिचोलीया नहीं होता है और सरकारी फिक्स रेट होता है। नहीं तो आम बाजार में किसान को तो कोई फायदा नहीं हो पाता है बिचोलीया ,होलसेलर ,चिल्हर मार्केट होते हुए आम पब्लिक को चार गुना रेट देना पड़ता है। ना तो किसान और ना तो आम पब्लिक को फायदा होता था।
कुन्नूर मे भी किसान बाजार शहर के बिचो बीच घने जंगल के बीच में है। साफ -सुथरा ताजा -ताजा खेत का फल -सब्जी सरकारी उचित मूल्य में तौल भी एकदम सही मिलता है। किसान को भी फायदा और आम पब्लिक को भी फायदा।बाजार से लोवर कुन्नूर का दृश्य भी बहुत अच्छा दिखता है।रोज ही बाजार लगता है कोई साप्ताहिक बाजार भी नहीं है।जब मन हो सुबह मंडी से ताजा सब्जी -भाजी लाओ और बनाओ।
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