नव वर्ष
नया साल तो हर साल आता है, खुब धूम धाम से लोग बाग मनाते है। हर साल होटल हो या क्लब हो या मॉल घुमो फिरो खाओ पिओ मजे करो और नए साल का स्वागत करो पुराने साल को विदा करो। पर इस साल मेरे लिये बहुत ही खास था।
अचानक टाटा का प्रोग्राम बन गया। माँ बाबा का आशीर्वाद मिला इससे अच्छा गिफ्ट हमारे लिये क्या हो सकता है। इस उम्र में माँ -बाबा का हाँथ हमारे सर में हो और क्या चाहिए।खूब घूमे फिरे माँ के साथ समय बिताये। और यादगार पल हमेशा के लिये अपने दिल में संजो कर वापस आगये।
नया साल तो हर साल आता है, खुब धूम धाम से लोग बाग मनाते है। हर साल होटल हो या क्लब हो या मॉल घुमो फिरो खाओ पिओ मजे करो और नए साल का स्वागत करो पुराने साल को विदा करो। पर इस साल मेरे लिये बहुत ही खास था।
अचानक टाटा का प्रोग्राम बन गया। माँ बाबा का आशीर्वाद मिला इससे अच्छा गिफ्ट हमारे लिये क्या हो सकता है। इस उम्र में माँ -बाबा का हाँथ हमारे सर में हो और क्या चाहिए।खूब घूमे फिरे माँ के साथ समय बिताये। और यादगार पल हमेशा के लिये अपने दिल में संजो कर वापस आगये।
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