मंगलवार, 24 नवंबर 2015

HINDUSTAN KA DIL

WED,25 NOV
                                           हिन्दुस्तान का दिल 
                 मध्य्प्रदेश टूरिजम  का नारा हिन्दुस्तान का दिल देखो। एकदम सही नारा है। हमलोग तीन परिवार हमेशा जब भी मौका मिलता है तो कही न कहीं घूमने निकल पड़ते है। कभी तीनो न सही दो भी घूमने जाते है। इसबार दिवाली के बाद हम दो परिवार मध्य्प्रदेश घूमने निकले। रायपुर से भोपाल तक रेल और फिर भोपाल से रोड से सभी दर्शनीय स्थल घूमकर फिर भोपाल से रेल से वापसी करना था। एक हफ्ता का प्रोग्राम था। सुने थे म प का रोड अच्छा नहीं है। पर जब हमारा सफर शुरु हुआ तो दिल खुश हो गया। रोड ,ट्रैफिक इंतजाम साफ सफाई ,रोड के दोनों तरफ ढाबा सब कुछ बहुत ही अच्छाथा। 
    हमलोग भोपाल से इंदौर होते हुये आगे बढ़ते गए ,मांडू ,ओम्कारेश्वर ,महेश्वर ,महाकालेश्वर साँची ,भोजपुर और भोपाल। सब जगह खूब घूमे मंदिर दर्शन किये ,वन विहार ,नौकाविहार ,रोडसाइड खाना पीना मजा करना सब हुआ। 
    साँची में अशोक द्वारा 2000 साल पहले साँची स्तूप बनवाया गया था उसे देख कर बड़ा अच्छा लगा। स्तूप का गेट काष्ठ का नकाशीदार था पर बाद मेंस्टोन का बना। बुद्ध विहार ,बुद्ध स्तूप ,बुद्ध प्रतिमा और वहाँ का महौल बहुत अच्छा था।
  संदीपनी आश्रम में साढ़े 6000 साल पहले का शिव लिंग देखने मिला ,भोजपुर में 1000 साल का शिव लिंग देखने मिला। महाकालेश्वर में भष्म आरती देखे। दो -दो ज्योतिर्लिंग का दर्शन हुआ। सब मिला कर हर बार के सामान ये टूर भी बहुत अच्छा रहा। 










  

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