बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

SANKAT MOCHAN HANUMAN MANDIR VARANASI

                                   संकट मोचन
                                  हनुमान मंदिर

            बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के नजदीक 5 एकड़ में हनुमान मंदिर है। अब जंगल तो नहीं है पर पुराना पेड़ अभी भी वहाँ है। माना जाता है की गोस्वामी तुलसीदास जी को ध्यान करते समय में हनुमान जी का यहीं पर दर्शन हुआ था। और उन्होंने ने यहाँ पर जंगल के बीच में मट्टी का हनुमान जी स्थापित किये थे.1900 ईस्वी में पंडित मदन मोहन मालवीय जी द्वारा इसे मंदिर का रूप दिया गया। इसलिए आज भी हनुमान जी का मूर्ती मट्टी का ही है। मंदिर में हनुमान जी की मूर्ती के ठीक सामने राम जी ,सीता माता और लक्ष्मण जी का भी मूर्ती है।  दोनों मंदिर आमने सामने ऐसे एंगल में बना हुआ है की जैसे हनुमान जी अपने ईस्ट देव को ही नीहार रहे है।मंदिर के प्रांगण में हनुमान जी की वानर सेना भी है।
  प्राचीन मंदिर होने के कारन लोगों में श्रद्धा भी है और मंदिर में दर्शन से सबों का दुःख भी दूर हो जाता है।इसलिए मंदिर का नाम  संकट मोचन मंदिरपड़ा। बनारस वाले तो दर्शन करते ही है इसके अलावा जो भी काशी आता है वो भी संकट मोचन मंदिर दर्शन के लिये जरूर जाता है।  





   

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