पौष  मास 
                                पौष मास में टाटा में हम बिहारियों और बंगालियों के घरों में तरह -तरह का पीठा जरूर बनता है। नया धान के चावल के आटे से पकवान बनाया जाता है। दूध में मीठा वाला ,दाल वाला ,गुड़ वाला बहुत नाम से बनता है। महाराष्ट्र में गणपती के समय मोदक बनता है ,तो असाम में संक्रांत में अरसा पीठा। 
        इस बार पूस में हम भी पीठा बनायें । जब भी हम पीठा बनाते हैं माँ को जरूर याद करते है। माँ हमलोगों के लिये कितने प्रकार का पीठा बनाती थी। सब भाई बहन के पसंद का ख्याल करती थी। दिन भर हम सब घूमते घामते खाते  रहते थे। अब तो बस एक ही प्रकार का बना कर खालेते है।अब न बचपन रहा न ओ दिन ही रहा बस बचपन की याद ही रह गई। 



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