भीगा -भीगा मौसम
जल है तो कल है,
कल है तो आज है ,
एकदम स्टीक शब्द है,वास्तव में वर्षा से ही जन जीवन है ना अति न अल्प वर्षा। बहुत दिनों बाद अब जाकर बारिश शुरू हुआ।नदी ,नाला ,झरना ,डैम सब जगह पानी ही पानी।पहाड़ में पानी गिरने पर ठंड भी खुब ज्यादा हो गया ,पानी का किल्लत भी दूर हुआ। फसल भी अब अच्छा हो सकेगा। सब त्यौहार भी हो गया।
बच्चों की बड़े दिन की छुट्टी भी हो गई ,बच्चे क्रीस्मस और नए साल के उत्सव की तैयारी में जुट गयें हैं।
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