रविवार, 23 अक्तूबर 2016

FAIR AT HILL

                                                                       वादी में मेला    

        मेला तो  मेला होता है। कहीं संक्रांति मेला तो कहीं वैशाखी मेला ,कभी ऊँटों का पुष्कर मेला तो कहीं शिवरात्री मेला। अलग अलग उम्र में मेला का मजा भी अलग तरीके से मनाया जाता है। झूला झूल कर तो चाट खाकर ,तमाशा देखकर। जगह और जरुरत के अनुसार मनोरंजन हो जाता है। 
  इस वार कुन्नूर की सुंदर वादी में दिवाली  मेला देखने का अवसर मिला। अब मेला तो मेला है घूमो ,खाओ पिओ ,कुछ खरीदो और मजे लेकर वापस जाओ। पर वादी में होने के कारण अलग ही नजारा था।एकदम स्वछ और शांत  वातावरण सुंदर द्र्श्य एकदम अलग अनुभव। बच्चों की संडे छुट्टी होने के कारण बच्चों ने भी भरपुर मजा लिया।    








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