गुरुवार, 2 जुलाई 2015

FRI,3 JULY

                                                          पुरूषोत्तम   पूर्णिमा 

                 पुरूषोत्तम मास  आरम्भ हो गया है। ऐसे तो इस महीने में कुछ भी शुभ काम नहीं किया जाता हे। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भिड़ लगी रहती है। दान धर्म ,पूजा पाठ बस यही सब चलता है। कल पूर्णिमा से अधिक मास आरम्भ हो गया। पर हमारे घर में इस महीने में जन्मदिन सालगिरह पड़ता है। तो त्यौहार अच्छा हो जाता है। कल घर में बैठे -बैठे पूर्णिमा का बड़ा सा चाँद देखना हुआ। बरसात में बादल के कारण नहीं दिखता है पर कल मौसम भी साफ था।

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