माँ
बिना माँ के संसार की कल्पना करना निरर्थक है। किसी एक दिन नहीं साल के हर दिन माँ का सम्मान करना चाहिए। अलग -अलग देश में अलग तरीके से मदर डे मनाया जाता है। मई के दूसरे रविवार को मदर डे मनाने का चलन हो गया है। ये विदेशी परम्परा है।जो हो है तो अच्छी बात ,किसी भी बहाने माँ का सम्मान हो रहो।
कहीं फूल देकर तो कहीं कविता पाठ ,लेख, पत्र -पत्रिका में कुछ न कुछ आयोजन होता है। ।
हमलोग बहुत ही खुश नसीब है की हमारे सर में माँ -बाप का आशीर्वाद है। हमारे बच्चे भी हमें पुरा सम्मान देते है और हम भी अपनों बड़ों को पूरा आदर करते है। एक दिन क्या हर रोज ही। भगवान हमारे माँ -बाप को स्वस्थ रखे बस यही कामना हमलोग करते है।
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