रविवार, 15 जनवरी 2017

SANKRANTI FESTIVAL

                                                           संक्रांति पर्ब 

                     हर साल 14 जनवरी को संक्रांति पर्ब  मनाया जाता है। अलग -अलग प्रान्त में अलग नाम से मनाते है, नए फसल का ही त्यौहार है.किसी प्रान्त में नये चावल का पोंगल बनाते हैं,तो कहीं खीचड़ी ,कहीं दही चूडा ,कहीं तिल -गुड़ का दान। कहीं पवित्र नदी में स्नान किया जाता है।कहीं बिहू , कहीं टुसु ,तो कहीं पोंगल।  बस चारो तरफ उत्सव और मेला का माहोल  रहता है।कहीं पतंग बाजी होता है।  
         14 जनवरी को जब सूर्य उत्तरायण में जाता है तब ही मकर संक्रांति मनाया जाता है। किसी साल पूस मास में तो किसी साल माघ मास में पड़ता है।इस बार माघ में पड़ा है। बस दान पुण्य करो पकवान बनाओ और त्यौहार मनाओ। सब तो ठीक ही चलता है। पर बच्चपन का दही चूड़ा ,तिलकुट नहीं मिलता है।

तिल का फूल और गुडिया 





  

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