सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का महीना बहुत ही पवित्र होता है। इस महीना भगवान शिव जी को बहुत प्रिय है। इसलिए शिव जी की विशेष पूजा ,अर्चना ,अभिषेक किया जाता है। शिव जी को रूद्र भी माना जाता है इसलिए सहस्त्रधारा रुद्रभिषेक किया जाता है। बड़े कलश में हजार छिद्र होता है उसमें जल डाला जाता है जो शिवलींग में गिरता है और अभिषेक होता है। पंडितों के मंत्रों के उच्चारण के साथ अभिषेक होता है सैकड़ों लोगों की लाइन होती है जल कलश में डालने के लिये,धारा टूटना नहीं चाहिए बस जल डालते जाते है और मन्त्र चलते रहता है। पूरा तीन घंटा रुद्राभिषेक में लगता है.पहले पूजा होता है फिर अभिषेक फिर श्रींगार और अंत में आरती।इस बार सावन में रायपुर में होने के कारन सहस्त्रधारा रुद्रभिषेक देखने और पूजा करने का अवसर प्रदान हुआऔर प्रसाद की प्राप्ति हुई।
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