हमारे बाबा
बाबा 97 की उम्र में भी बहुत ही एक्टिव है। बाबा लेखक ,डाक्टर है ये तो सबको पता है।96 उम्र तक उनकी कलम अपना काम करती रहती थी. पर अब 97 होने के बाद लिखना बंद कर दिए है।कल हमलोगों के लिये बहुत ही खुशी का दिन था. दिल्ली से टीम आकर बाबा का सम्मान करी। बाबा मगसम संस्था के उप सभापति 2010 -2022 होने के कारन उनका शॉल और श्रीफल दे कर सम्मान किया गया। हमें गर्व है बाबा की बेटी होने का।
मेरे प्रिय अंकल को इस सम्मान के लिये बहुत बहुत बधाई । उनका जुझारूपन मुझे जीवन को पूर्णरूपेण जीने की प्रेरणा देता है।उन्होने मुझे एक बार कहा था कि उम्र केवल एक संख्या है और सतत कर्म ही जीवन है।
जवाब देंहटाएंआप को शत शत नमन 🙏🙏
आप को