कुन्नूर की वादी में
कुन्नूर आये महीना हो गया ,समय का पता ही नहीं चला। एक बार लगता है की अभी -अभी तो आयें हैं ,फिर कभी लगता है गये ही कब थे। अब तो मौसम में भी बदलाव हो गया है। बारिश और ठण्ड का मौसम शुरू हो गया है। सारे भारत में जब बरसात समाप्त होता है तब जाकर यहाँ शुरू होता है बच्चों का स्कूल भी शुरू हो गया, जोर शोर से पढ़ाई भी चालु हो गया। ।
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