शुक्रवार, 26 जून 2015

FRI, 26 JUNE




                                                              घर आये  मेहमान हमारे 

                     कभी -कभी मेहमान आना भी बड़ा अच्छा लगता है। कोई अपना नजदिकी हो और जिस के साथ कोई दिखावा भी नहीं हो तो क्या बात है। सोने मैं सुहागा। इलाहाबाद से मामा  परिवार से कुछ रिश्तेदार आयें थे उनके साथ २-3 दिन  रहना घुमना फिरना अच्छा लगा। wgc में tea पीते baison देखना ,राजेश के ऑफिस से मालाबार बड़ी गिलहरी देखना। घर मैं पूरा इंद्रधनुष देखना। ज्यादा टाईम नहीं था तो ज्यादा घुम नहीं पाये पर उनलोगों को कुन्नूर ,ऊटी बहुत अच्छा लगा बहुत ख़ुश हो कर वापस गये। 





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