SAT ,13 JUN
                       भाई तुम बहुत ही जल्दी दुनिया से चले गए। तुम्हारा जाना और माँ का बिस्तर पकड़ना। माँ तुम्हारा गम बर्दास्त नहीं कर पाई। तुम्हारे जाने के बाद कुछ न कुछ माँ को लगे रहता है। अब तो देखते देखते 6 -7 साल भी हो गया। इतने कम उम्र में बेटा का जाना कौन माँ बर्दास्त कर सकती है। अब तो माँ एकदम बिस्तर ही पकड़ली है खाना पीना भी करीब करीब छोड़ ही दी है ना के बराबर कुछ मुहँ में डालती है दिन भर चुपचाप सोये रहती है ना बोलना न चालना।
              मार्च अप्रैल में माँ से मिल कर आये तब भी थोड़ी ठीक ही थी पर अब तो एक दिन भी बात ही नहीं हो पाया। कल तुम्हारा पुण्यतिथि है बहुत याद आरहे हो।भगवान तुम्हारी आत्मा को शांति दे ,और माँ को जीने का हिम्मत दे। माँ केलिए बहुत डर लग रहा है कभी भी कुछ भी हो सकता है ,पता नहीं माँ को कितना कस्ट सहना लिखा है।
                                                    NO V  -11 -1960
                                                   JUNE -13 -2008 
                                                                              विनम्र श्रद्धांजली     





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