मुर्शिदाबाद
मुर्शिदाबाद 16 वीं शताब्दी में अकबर द्वारा बसाया गया था। बाद में औरंगजेब के आदेश से मुर्शिद कुली खां अपनी राजधानी ढाका से इस नगर में ले आया। और इस नगर का नाम मुर्शीदाबाद पड़ा। उस ज़माने में बिहार ,बंगाल और ओडीशा तीनों राज्य इसी के अंडर में था। मुर्शीदाबाद गंगा किनारे बसा है यहाँ गंगा का नाम भागीरथी है आगे चल कर सागर में मिल जाती है जो की गंगा सागर कहलाता है।उस ज़माने में बहुत ही सम्पन था। कलकत्ते से 5 -6 घंटे में मुर्शीदाबाद पहुँच सकते है।
ऐतिहासीक जगह होने के कारण देखने घूमने के लिये बहुत सारा स्थान यहाँ है जिसमें प्रमुख जगहों में हजारद्वारी महल ,कठगोला महल ,पारसनाथ जैन मंदिर ,कोशाबाग ,इमामबाड़ा ,पीला मस्जिद, मोतीझील इत्यादी जगह है।
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