गुरुवार, 25 जनवरी 2024

#ISKCON#MAYAPUR#NADIA

                                 इस्कॉन मंदिर 

              पश्चिम बंगाल के नदीया जिले के मायापुर में इस्कॉन मंदिर स्थित है।  दुनिया का सबसे बड़ा वैदिक मंदिर और  इस्कॉन का हेडक्वॉटर है। माया पुर चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थल है। चैतन्य महाप्रभु को 500 साल पहले  कृष्ण राधा का अवतार माना जाता था । वे कृष्ण भक्त थे।इस मंदिर में भगवान कृष्ण की पूजा होती है और गीता के उपदेश का प्रचार किया जाता है। मंदिर सैकड़ों एकड़ में फैला हुआ है। अभी भी इसमें काम चल ही रहा है। साल भर में तैयार हो जायेगा। मंदिर कैम्पस इतना बड़ा है की कैम्पस के अंदर अलग अलग भवन ,रेस्टुरेंट ,गोशाला बहुत कुछ घूमने और देखने का है। अच्छी बात है की कैम्पस के अंदर सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक ईरिक्शा चलता है जिससे घूमने में कोइ परेशानी नहीं होता है।महाप्रभु का 

             मंदिर गंगा किनारे है इसलिए हरिद्वार जैसा यहाँ भी गंगा आरती की तैयारी चल रही है।मंदिर पूरा हो जायेगा और घाट का निर्माण हो जाने पर गंगा आरती का भी कार्यक्रम चालू हो जायेगा।  मंदिर के बाहर नदीया ग्राम में चैतन्य महाप्रभु का जन्म गृह ,उनकी मौसी का घर आदि अभी भी सुरक्छित है ,जहाँ महाप्रभु का जीवनी दर्शाया गया है। कलकत्ते से  करीब 3 घंटा मंदिर पहुंचने में लगता है। सुबह जा कर रात को वापस आ सकते है पर एक रात रुकना अच्छा होगा घूमने देखने का बहुत जगह है। पर रूम ऑन लाईन ही बुक कर सकते है।रूम में सभी सुविधा है कैम्पस में खाने पीने का भी कोइ प्रॉब्लम नहीं है बस कैम्पस में चाय ,कॉफी आदि वर्जित है। शुद्ध शाकाहारी भोजन सुबह 8 बजे से रात 8 तक आराम से मील जाता है। यहाँ का गोशाला भी देखने लायक है जहाँ सैकड़ो बहुत ही उम्दा गायें है।






  

                         

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