रविवार, 21 जनवरी 2024

#GANGASAGAR

                               गंगासागर  तीर्थ 

                    सारे तीर्थ बार बार गंगासागर एक बार 

   किसी ज़माने में कहावत था की सारे तीर्थ बार बार गंगा सागर एक बार। साल में एक बार मकरसंक्रान्त में गंगा सागर में मेला लगता था। कलकत्ता से पांच छे घंटा रोड से जाकर फिर स्टीमर से गंगा पार करके जहाँ गंगा सागर से मिलती है वहां लोग गंगा में डुबकी लगाते थे। पर्व के कारन भीड़ भी खूब होता था और जाने आने में कठीनाई भी बहुत रहता था, पर अब ऐसा नहीं है. करीब करीब साल भर श्रद्धालु गंगा सागर जाते है। कलकत्ते से रोड भी खूब अच्छा बन गया है। कलकत्ता से काकद्वीप करीब पांच घंटे में पहुँचते है वहां से स्टीमर से 45 मिनट में कुचुबेड़िया घाट में आना होता है फिर 45 मिनट रोड से यात्रा करने पर गंगासागर घाट पहुँचते है।

                    गंगासागर स्न्नान करके गंगा किनारे कपिल मुनि का मंदिर ,राजा सागर और राजा भागरथी का मंदिर में दर्शन करते है। कपिल मुनि के कहने पर राजा सागर के पुत्र भगीरथ ने तपस्या करके गंगाको यहीं अवतरित किया था इसलिए गंगा को भगीरथ कहते है। फिर वापस घाट से स्टीमर लेकर काकद्वीप पहुँच कर वापस कलकत्ता जाना होता है। पूरा एक दिन यात्रा में लगता है। 






  


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें