बुधवार, 5 अप्रैल 2023

#HANUMAN#JANMOTSAV

              हनुमान जन्म उत्सव 

     चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था।हनुमान जी की माता अंजनी थी, इसलिए इन्हे अंजनी पुत्र भी बोला जाता है।  हनुमान जी को चिरंजीवी रहने का वरदान श्री राम जी ने दिया था। माना जाता है की त्रेता युग से कलयुग के अंत तक हनुमान जी का वाश इस धरती में रहेगा ,इसलिए हनुमान जी को अमर माना जाता है। हनुमान जी तब से अब तक राम जी का नाम जप रहे है। हनुमान जी को कलयुग का सबसे प्रभावशाली जीवित देवता माना जाता है। शिव जी की लीला के कारण शिव जी  हनुमान रूप में अवतार लिये थे। 

        हनुमान जी का अनेक रूप ,आकर ,प्रकार में हर मंदिर में उनकी मूर्ती होती है।परन्तु रायपुर के राम मंदिर में हनुमान जी का बाल  रूप अपनी माता अंजनी के गोद में उनकी छवि बहुत ही मनमोहक है। 


  

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